26-05-2022, 11:31 AM
फिर दीदी ने कहा कि ठीक है, लेकिन सबसे पहले तुम अपना मुहं उस तरफ करो और फिर मैंने जैसे ही अपना मुहं दूसरी तरफ किया तो दीदी झट से पेशाब करने नीचे बैठ गई और अब उनका पेशाब निकलते ही सू सू की आवाज़ सुनते ही मेरी धड़कने तेज हो गई और मैंने धीरे से पलटकर देखा, लेकिन मुझे कुछ साफ नज़र नहीं आया. फिर दीदी ने चूत को पानी से धोया और हम वापस आ गये.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
