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Incest मैंने बुआ को चोदा गर्मियों की छुट्टी में।
#42
वो मुझे समझाने लगी- तू उम्र में मुझसे बहुत छोटा है और ये सब सही नहीं है.

मैं कुछ नहीं बोला बस सर झुकाए बैठा रहा.
फिर उसने अचानक से पूछा- क्या मैं तुम्हें बहुत अच्छी लगती हूँ?
मैं हां में सिर हिला दिया और उसके बाद झटके से उठ कर अपने घर आ गया.
उस रात जब मैं उसके घर पहुंचा, तो वो लेटे हुए कुछ सोच रही थी. मैं जाकर लेट गया, तो वो मुझे बातें करने लगी. आज बुआ ने एक घुटने तक आने वाली नाईटी पहनी थी, जिसमें वो बड़ी हॉट लग रही थी.
बात करते समय मैंने देखा कि वो आज मुझसे कुछ खुल कर बातें कर रही है और बार बार मेरी तरफ देख कर मुस्कुरा रही है.
तब भी मैंने कोई ऐसी बात नहीं की, जिससे उसको ये लगे कि मैं चुदाई करना चाहता हूँ.
कोई आधा घंटे बाद बुआ सो गई … लेकिन आज मेरे मन में उसको चोदने के विचार फिर से आने लगे. मुझे नींद नहीं आ रही थी. उधर बुआ बेसुध सोई पड़ी थी, उसकी नाईटी भी कुछ ऊपर होकर जाँघों पर सरक आई थी. जिस वजह से उसकी गोरी जांघें साफ़ दिख रही थीं.
फिर रात को 12 बजे के करीब मैंने हिम्मत करके बुआ के मम्मों पर हाथ रख दिया और सहलाने लगा. वो आराम से सो रही थी.
फिर मैंने हिम्मत करके बुआ की नाइटी को ऊपर सरकाते हुए उसकी चूत पर हाथ रखा, तो पता चला उसने पेंटी नहीं पहनी है. मेरा हाथ उसकी चूत पर गया तो अहसास हुआ कि चुत पर बड़े बड़े बाल थे और उसकी चूत अभी तक सूखी थी.
चुत का सूखापन ये बता रहा था कि बुआ अभी तक सो रही है. मैंने हिम्मत करके चुत सहलाना चालू रखा, तो धीरे धीरे उसकी चूत गीली होने लगी.
कुछ समय बाद उसकी चूत और ज्यादा गीली हो गई, तो मैं समझ गया कि ये जो सुबह सही गलत का भाषण दे रही थी … वो अब खुद भी मजे ले रही है.
मैंने बुआ के कान में कहा कि मुझे पता है कि तुम भी मजे ले रही हो. पूरे मजे लेना है तो शर्माना कैसा … खुल कर मजे लो.
पहले तो उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी फिर अचानक अपना हाथ मेरे खड़े लंड पर रख दिया और सहलाने लगी. मैंने उठ कर लाइट चालू कर दी, तो उसने अपना चेहरा दोनों हाथों से ढक लिया.
मैंने कहा- अब शर्म में क्या रखा है.
मैंने उसके हाथ चेहरे से हटा दिए और उसे किस करने लगा और मम्मों को सहलाने लगा. वो भी मेरा लंड सहलाने लगी और मैं 5 मिनट तक उसके होंठों को चूसता रहा.
फिर मैं उठा और अपने सारे कपड़े उतार कर उसकी नाइटी को भी उतार दिया. उसके बालों से ढकी सफेद चूत मुझे पागल कर रही थी. मैं उसको फिर से किस करने लगा और धीरे धीरे उसके मम्मों तक आकर चूचे चूसने लगा. मैं बीच बीच उसके चूचे काट लेता, तो वो चिहुंक उठती.
कुछ पल बाद मैं उसके पेट से होता हुआ चूत तक आ गया और उस पर किस कर लिया, तो वो फिर चिहुंक उठी और चुदाई करने की कहने लगी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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Messages In This Thread
RE: - by neerathemall - 19-05-2022, 03:57 PM
RE: - by neerathemall - 19-05-2022, 04:04 PM
RE: मैंने बुआ को चोदा गर्मियों की छुट्टी में। - by neerathemall - 25-05-2022, 04:16 PM



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