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Adultery ठरकी दामाद (With Pics)
#43
शाम को पूजा और रिया भी आ गये और सभी वो खबर सुनकर काफ़ी खुश हुए..सबने मिलकर खाना खाया और उसके बाद रिया और पूजा वापिस चले गये...पर उसकी सास रजनी को प्राची ने अपने पास ही रोक लिया...

अब अजय की सास तो अपनी बेटी के साथ सोने की तैयारी कर रही थी,इसलिए वो अपना लॅपटॉप लेकर दूसरे रूम में आ गया..और उसे खोलकर अपनी मेल्स चेक करने लगा..फिर फेसबुक देखा..और अंत में वो पॉर्न साइट्स पर जा पहुँचा..

वैसे तो रोज ही उसका मन करता था अपनी बीबी की मारने का , पर आज कुछ ज़्यादा ही अकड़ रहा था उसका छोटा सिपाही ....

इसलिए चुदाई का पहला सीन आते ही उसने अपने लंड को बाहर निकाल लिया और रगड़ने लगा बुरी तरह से.... तभी बाहर से किसी के क़दमों की आहट सुनाई दी और उसने तुरंत अपना लैपटॉप अपने लंड के उपर रखकर उसे ढक लिया.

और आशा के अनुरूप उसकी सास ही थी वो..सुबह से उनके साथ ही थी,अपने घर तो गयी नही थी...इसलिए उसने इस वक़्त प्राची का ही नाइट सूट पहना हुआ था. साटन का पायज़ामा और शर्ट थी..भले ही उसकी सास थोड़ी मोटी थी पर वो कपड़े पहन ही लिए थे किसी तरह से. और जगह-2 से उफान मार रहे शरीर को देखकर अजय का लॅपटॉप उपर नीचे होने लगा.
[Image: 63032399_001_9b68.jpg]

एक तो पहले से ही उसका खड़ा हुआ लंड गर्म था, उपर से लॅपटॉप की हीट उसके लंड की चमड़ी को सुलगा रही थी..

रजनी : "अजय...तुम सोए नही अभी तक...सुबह से आराम नही किया तुमने..कल ऑफीस भी तो जाना है ना..''

अजय : "नही..अभी मैं 2-3 दिन ऑफीस की छुट्टी लूँगा...प्राची को गायनॉलोजीस्ट को दिखाना है कल...आगे के लिए सारी दवाइयाँ और प्रीकोरशन भी पता करने है..''

रजनी (मुस्कुराते हुए) : "अरे ,इसमे घबराने वाली कोई बात नही है...हमारे टाइम में तो सब कुछ घर में ही कर लिया करते थे...ये 8-9 महीने की दवाइयाँ, कॅल्षियम वगेरह तो अब शुरू हुए हैं...और रही बात परहेज की तो वो सिर्फ़ एक ही होता है..''

अजय : "क्या ??''

रजनी : "जितना हो सके, रात को अपनी बीबी से दूर रहना...समझे...''

अजय को उसकी बात का मतलब समझते देर नही लगी...वो समझ गया की यही मौका है अपनी सास से मज़े लेने का.

अजय : "प्राची से दूर रहने की तो मैं सोच भी नही सकता...''

रजनी : "पता है मुझे....शादी के शुरुवाती दिनों में हर कोई ऐसा ही होता है...पर तुम शायद कुछ ज़्यादा ही हो...''

ये सुनकर लेपटोप एक बार फिर से थोड़ा उपर उठ गया..और इस बार रजनी समझ गयी की उसके गुरुत्वाकर्षण को कौन भंग कर रहा है...वो भी आज अपने दामाद से मज़े लेने के मूड में थी...इसलिए उपर से ही सही, वो उसके खड़े हुए लंड को देखना चाहती थी..जो उसके हिसाब से इस वक़्त खड़ा हुआ था...लेपटोप के नीचे.

वो एकदम से आगे आई और बोली : "पर जो भी है, तुम्हे अभी तो आराम की ज़रूरत है...चलो बंद करो ये ...''

और इतना कहते-2 उसने एक पल के अंदर ही अजय के लेपटोप को अपने हाथों में उठा लिया..

एक साथ दो झटके लगे रजनी को...पहला झटका तो अजय के नंगे लंड को देखकर लगा, जबकि उसने सोचा हुआ था की वो पायज़ामे के अंदर खड़ा हुआ है, पर वो तो पायज़ामे को नीचे खिसका कर नंगा लंड लिए बैठा था...

और दूसरा झटका लगा उसे लॅपटॉप की स्क्रीन देखकर, जिसमे एक लड़का अपनी गर्लफ्रेंड को घोड़ी बना कर चोद रहा था और वो भी अपनी गांड मटका-2 कर पीछे से मिल रहे धक्को का मज़ा ले रही थी.
[Image: 99947720_038_3d24.jpg]

अजय भी अपनी सास की तेज़ी देखकर दंग रह गया...उसे तो कुछ सोचने - समझने का मौका ही नही मिला...बस अपने हाथों से लंड को ढककर वो इधर-2 देखने लगा...और फिर धीरे से उसने अपना पयज़ामा उपर कर लिया.

रजनी के तो पूरे शरीर में पसीने निकल आए....अब शायद वो सोच रही थी की उसने ऐसा किया ही क्यो...चाहे जो भी हो, है तो वो उसका दामाद ही ना...पर उसके जवान और लंबे लंड को देखकर ये क्या हो रहा है उसको...पसीना-2 क्यो हुआ जा रहा है उसका शरीर...और ..और ये पसीना चूत से क्यो निकल रहा है...चूत से पसीना...वहां से तो सिर्फ़ रसीला रस निकलता है...तो इसका मतलब....वो गर्म हो रही है...अपने ही दामाद के लंड को देखकर...उफफफफ्फ़.....ये क्या हो रहा है उसको...अपनी ही बेटी के सुहाग पर डाका...

पर ऐसा काम तो वो पहले भी कर चुकी थी...अपनी बहन के साथ...उसके पति से अपनी चूत और गांड मरवाकर... अपने जीजा से उसने जितने मज़े लिए थे, शायद ही अपने किसी और आशिक़ से लिए होंगे, पति के अलावा...

पर अजय जैसा जवान उनमे से कोई भी नही था...और ऐसे जवान लोंडो के कड़क लंड की प्यास तो उस जैसी गर्म औरत की चूत को हमेशा से रहती है..

भले ही वो पहले मज़ाक में अपने दामाद के बारे में ग़लत सोच रही थी..पर अब उसके लंड को देखने के बाद वो मज़ाक अब मज़ाक नही रह गया था...

अजय भी कुछ देर तक इधर-उधर देखने के बाद खिसियानी सी हँसी हंसता हुआ अपनी सास को देखने लगा.

उसके उभरे हुए निपल देखकर वो ये तो समझ ही चुका था की उसने अंदर ब्रा भी नही पहनी है..और चेहरे पर उड़ रही हवाइयां देखकर ये भी समझ गया की अंजाने में ही सही उसने अपनी सास को उत्तेजित कर दिया है.

ये वही बिस्तर था जिसपर उसकी सास ने अपने जीजू से गांड मरवाई थी...

रजनी : "तुम्हे देखकर तो लगता है की एक दिन काटना भी मुश्किल होगा तुम्हारा प्राची के बिना...अभी तो आगे चलकर बहुत बर्दाश्त करना पड़ेगा...''

उसकी बातों में एक उल्हास सा था..

और अजय ये बात अच्छी तरह से जानता था की उस जैसे ठरकी को जिस दिन मारने के लिए अपनी बीबी की चूत नही मिलेगी तो उसका क्या हाल होगा...देखा जाए तो उसके चारों तरफ ढेर सा लगा हुआ था..पर अभी तक कहीं भी शुरूवात तो नही हुई थी ना...और ऐसे एकदम से किसी को भी चूत देने के लिए बोलेगा तो वो तैयार भी नही होगी...उसके ठरकी दिमाग़ ने तो काम ही करना बंद कर दिया इस विचार के आते ही..

और फिर अचानक उसने कुछ डिसाइड सा किया अपने मन में और अपनी सास से बोला : "अब मैं रोज तो ऐसे काम चलाने वाला नही हू...आपको ही मेरी मदद करनी होगी.''

अजय ने बड़ी ही बेबाकी से बड़े ही सपष्ट शब्दों में अपनी सास को ये बात बोल दी, जिसे सुनकर रजनी को भी अपने कानों पर विश्वास नही हुआ...भले ही अंदर ही अंदर वो भी अजय की तरफ आकर्षित हो चुकी थी, पर उसके दिल में एक द्वंद भी चल रहा था की वो अपनी बेटी के सुहाग पर डाका डाले या नही...जीजू के साथ करने में और दामाद के साथ ऐसे संबंध बनाने में काफ़ी फ़र्क होता है..

और ऐसे में अजय सामने से खुद उसके साथ ऐसी बाते कर रहा था जिसे अगर वो सीधी तरह से मान लेती है तो उसकी क्या इज़्ज़त रह जाएगी अपने दामाद के सामने..

ये सोचते ही वो एक झटके से उठ खड़ी हुई और बोली : "ये क्या बोल रहे हो अजय...मज़ाक अपनी जगह है..ऐसी बातें तुम्हे शोभा नही देती...समझे..सो जाओ अब..''

और इतना कहकर वो मूडी और बाहर जाने लगी...ऐसा करके वो अजय को अपना गुस्सा दिखा रही थी और उसे ये जता रही थी की उसे अजय की बात बिल्कुल भी अच्छी नही लगी..

पर तभी अजय ने कुछ ऐसा बोला की वो जाते-2 एकदम से रुक सी गयी..

''नही जीजू....पिच्छू से नही....पिच्छू से नही...''

ये शब्द सुनते ही रजनी के माथे पर पसीना आ गया...उसके चेहरे की रंगत उड़ सी गयी...ये तो उसने अपने जीजू को बोला था, इसी कमरे में ..जब उन्होने उसकी गांड मारने की ज़िद की थी...पर ये बात अजय को कैसे पता चली...क्या उसने इस कमरे में कोई कैमरा छुपाया हुआ है...या फिर शायद उस रात वो छुपकर उनकी चुदाई देख रहा था...

और ये ख़याल आते ही उसका शरीर काँप उठा...और वो थरथराती हुई सी पलटी और अजय से बोली : "ये ...ये क्या बोल रहे हो...अजय....तुम...''
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RE: ठरकी दामाद (With Pics) - by badmaster122 - 25-05-2022, 03:57 PM



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