23-05-2022, 04:35 PM
पिंकी की भाभी ने मेरा और पिंकी का काम बिगाड़ दिया था। उसने मुझे और पिंकी को रंगे हाथ पकड़ लिया था इसलिये मुझे अभी तक उनके सामने जाने में झिझक सी लगती थी और इसलिये ही मैं छत पर नहीं जाता था।
जब से मेरा और पिंकी का भांडा फूटा था तब से मैं ना ही उनके घर जाता था और ना ही पिंकी की भाभी से कभी बात करता था। वो भी मुझसे कभी बात नहीं करती थी मगर आज जब उसने खुद आगे से ही मुझे छेड़ दिया तो मुझसे भी अब रहा नहीं गया.
“सारा किया धरा तो आपका ही है!” मैंने भी ताव ताव में बोल दिया।
“अच्छा … मैंने क्या किया है?” उसने मेरी तरफ देखते हुए कहा।
“सारा काम ही आपने बिगाड़ा था.” मैंने वैसे ही मुंह बनाते हुए कहा।
“बिगाड़ा था तो तुम अब फिर से बना लो, आ रही है पिंकी अगले महीने। वैसे मैंने तो तुम्हारे अच्छे के लिये ही किया था। वो उम्र थी तुम्हारी ये सब करने की?” उसने सारे कपड़े उतारकर अब हमारी छत के पास आते हुए कहा।
जब से मेरा और पिंकी का भांडा फूटा था तब से मैं ना ही उनके घर जाता था और ना ही पिंकी की भाभी से कभी बात करता था। वो भी मुझसे कभी बात नहीं करती थी मगर आज जब उसने खुद आगे से ही मुझे छेड़ दिया तो मुझसे भी अब रहा नहीं गया.
“सारा किया धरा तो आपका ही है!” मैंने भी ताव ताव में बोल दिया।
“अच्छा … मैंने क्या किया है?” उसने मेरी तरफ देखते हुए कहा।
“सारा काम ही आपने बिगाड़ा था.” मैंने वैसे ही मुंह बनाते हुए कहा।
“बिगाड़ा था तो तुम अब फिर से बना लो, आ रही है पिंकी अगले महीने। वैसे मैंने तो तुम्हारे अच्छे के लिये ही किया था। वो उम्र थी तुम्हारी ये सब करने की?” उसने सारे कपड़े उतारकर अब हमारी छत के पास आते हुए कहा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
