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Adultery पहली चूत मौसी की चोदी
#9
ने मौसी से कहा- मौसी, आज मैं आपको जन्नत की सैर कराऊंगा.
वो बोलीं- पहले अपने रॉकेट को तो इंजन में लगा.
मैं मौसी की चूत में लंड लगा कर जोर जोर से पेलने लगा.
मौसी मस्ती से चिल्ला रही थीं- आंह … मार दिया साले ने … अपनी मौसी की चूत का भोसड़ा बना दिया … आह.
उनकी बातों को सुनकर मेरा लंड कामुकता से भरपूर हो रहा था.
धकापेल चुदाई चलने लगी थी.
आज मेरा लंड भी झड़ने का नाम नहीं ले रहा था.
करीब 15 मिनट की चूत की शहनाई बजाने के बाद मेरा लंड अपनी औकात भूल गया और रोने लगा.
मैं मौसी के ऊपर ही गिर पड़ा.
मौसी ने कहा- बस हो गया … इतना ही दम था … इसी दम पर अपनी मौसी की चुदाई करना चाह रहा था. अभी तो मैं गांड नहीं मरवाई और तुम्हारा ये हाल हो गया है.
मैंने मौसी से कहा- मौसी अब नहीं … मेरा लंड खड़ा होगा, तब मैं आपकी गांड भी मारूंगा.
यह सुनकर मेरी मौसी बोलीं- जो लंड मेरी चूचियों को देखकर खड़ा हो जाता है, उसे मुझे खड़ा करने में ज़्यादा दिक्कत नहीं होगी.
मैं लेट गया.
तभी मौसी मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगीं.
उनके होंठ पड़ते ही मेरे लंड में पता नहीं कौन सा करंट आ गया.
मौसी ने कहा- देखा, चल अब मेरी गांड मार ले, पता नहीं अब दोबारा कब मौका आएगा.
यह सुनकर एक बार फिर से मैं जोश में आ गया और अपनी मौसी को झुकाकर उनकी गांड में अपना लंड पेल दिया.
लंड घुसते ही मौसी चिल्ला पड़ीं- आह आराम से कर … पूरी रात है. इतनी जल्दी में हो, क्या कहीं जाना हैं?
मैंने कहा- मौसी, आपकी गांड को देखकर मेरा लंड मेरे बस में नहीं है.
मौसी ने हंसते हुए कहा- अच्छा अब तेरा लंड तेरे बस में नहीं है, ये क्यों नहीं कहता कि मौसी की गांड फाड़ना चाहता है.
मैं लगातार उनकी गांड में लंड पेलते हुए उनके मम्मों को दबा रहा था.
मेरा मन तो भर ही नहीं रहा था.
मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं अपनी मौसी के साथ में ही रहने लगूँ और जब मेरा मन करे, तब उनकी चूत में अपना लंड डालकर अपने मन को तृप्त करता रहूँ.
एक घंटे मौसी की चुदाई करने के बाद मुझे नींद आने लगी और मैं अपना लंड मौसी की चूत में डालकर उनके मम्मों को मुँह में लेकर सो गया.
सुबह जब मेरी नींद खुली तो देखा मौसी नाश्ता बना रही थीं और उनके बेटे कोचिंग चले गए थे.
मेरे दिमाग़ से कल का सीन ही नहीं हट रहा था.
मौसी को किचन में देखकर मेरा लंड फिर से तन गया.
मैं धीरे से मौसी के पीछे गया और कसके पकड़ लिया.
मौसी बोलीं- क्या हुआ … कल का भूत अभी भी नहीं उतरा है क्या?
तो मैंने हंसकर कहा- मौसी, आपके इन मम्मों को जब भी देखता हूँ ना तो मेरे लंड में सुरसुरी होने लगती है.
मौसी ने हंसकर कहा- यही बात है तो आ जाओ और अपने लंड को एक बार और तृप्त कर लो.
मैंने कहा- आपके दोनों बालक किधर गए हैं?
मौसी ने कहा- घर पर कोई नहीं है, कल का जो बाकी हिसाब रह गया था, आज वो पूरा चुकता कर लो.
मैं अपनी मौसी की चूचियों को फिर से मुँह में डालकर पीने लगा.
मेरी मौसी फिर से गर्म होने लगीं और उनके मुँह से मादकता भरी सिसकारियां निकलने लगीं.
मैंने उन्हें किचन की पट्टी पर लेटाकर उनकी चूत में अपनी उंगली डाल दी और उन्हें फिर से उत्तेजित करने लगा.
मौसी चिल्लाकर कह रही थीं- अजय बेटा, अपनी मौसी की चूत जल्दी से मार दे, मुझे इतना परेशान ना कर.
मैंने उनसे कहा- मौसी, मैं आपकी चुदाई कितनी भी करूं, लेकिन मेरा मन ही नहीं भरता है.
मौसी बोलीं- कुछ दिन और रुक जा, मैं तेरा मन भर दूँगी.
मैं मान गया और Xxx मौसी चुदाई धकापेल करने लगा.
फिर शाम को खाना खाने के बाद मौसी करीब 11 बजे रात में मेरे पास दुल्हन की तरह सज कर आईं और बोलीं- आज मेरी सुहागरात का दिन है, मगर मेरा पति मेरे पास नहीं है.
मैंने बोला- अगर बीवी आप जैसी हो तो मैं आपका पति बनने को तैयार हूँ.
वो बोलीं- बन जा.
फिर मैंने मौसी को बेड पर लेटाया और कहा- ओके मेरी जान, आज हमारी सुहागरात है, आप ऐसा समझो.
मौसी ने कहा- हां आज तुम्हारे साथ पहली बार ही है. आज से तुम ही मेरे पति रहोगे. जो पति अपनी पत्नी की जरूरतों को पूरा ना करे वो किस काम का पति?
फिर मैंने मौसी की घूँघट उठाया और उनके होंठों पर किस करने लगा.
मैं उनकी जवानी से फिर से खेलने लगा.
कुछ समय होने बाद मैंने उनकी साड़ी को उतारना शुरू कर दिया. उनकी पूरी साड़ी और बाकी कपड़े उतारने के बाद वो मेरे सामने पूरी नंगी हो गई थीं.
मैं अपना लंड उनकी चूत में डालकर पेलने लगा और उनके होंठों पर किस करते हुए मैंने उन्हें रात भर में 4 बार चोदा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: पहली चूत मौसी की चोदी - by neerathemall - 23-05-2022, 03:48 PM



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