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Adultery भाई की शादी में सुहागरात मनायी-
#7
और हम दोनों हाँफते हुए सांसें काबू करने लगे और आराम करने लगे.
वो वही स्टूल पे बैठ गया और मैं भी बेड से पैर लटका के बैठ गयी।
मैंने कहा- घर तो बहुत अच्छा है, अच्छा सजाया हुआ है.
वो हंसने लगा तो मैंने पूछा- क्या हुआ?
उसने बोला- यार, खुशी हो रही है तुम्हारे साथ ये पल बिता के! मैं तो सोच भी नहीं सकता था कि इन कुछ घंटों में हम यहाँ तक पहुँच जाएंगे।
मैंने कहा- हम्म … अब देखो न … शादी मेरे भाई और तुम्हारी बहन की है और सुहागरात हम दोनों मना रहे हैं।
“कितना टाइम है अभी हमारे पास?” मैंने पूछा।
उसने घड़ी देखी और कहा- अभी एक डेढ़ घंटा है।
मैंने कहा- तो देर नहीं करनी चाहिए, चलो शुरू करते हैं।
उसने कहा- रुको, मेरा लंड थोड़ा ढीला पड़ गया है, फिर से खड़ा कर लूँ।
मैंने कहा- तुम बैठो बेड पे … मैं इसे खड़ा करती हूँ।
वो बैठ गया और मैं उसका लंड मुँह में ले के चूसने लगी।
करन का लंड फिर खड़ा होने लगा और एक मिनट में ही पूरा तन गया।
मैंने उसका लंड हाथ में पकड़ के अपनी चूत में घुसाया और उसकी गोदी में बैठ के लंड पे कूदने लगी। मेरे मुँह से ‘आह उम्म्ह आह आह …’ की आवाज निकलने लगी ज़ोर ज़ोर से।
क्योंकि मैं थक भी रही थी तो सांस फूलने की वजह से ‘हूह हूह हुहह हूहह …’ की आवाज भी आ रही थी। मैं ऐसे जल्दी थक जाती हूँ.
पर करन को बहुत मजा आ रहा था। वो भी हम्म हम्म हम्म कर आवाज कर रहा था, मेरे बूब्स ज़ोर ज़ोर से ऊपर नीचे हिल रहे थे और वो उन्हें हाथ से दबा रहा था।
करीब ऐसे ही 4-5 मिनट तक मैं उसके लंड पे बैठ के चुदती रही और फिर थक कर उसके साइड में गिर गयी।
हम दोनों सांसें भरने लगे और मैं उसकी आँखों में देखते हुए उसके लंड को सहला रही थी, वरना वो फिर ढीला हो जाता।
मैंने कहा- मुझे नहीं पता था कि तुम में इतनी देर तक चोदने की ताकत है।
उसने कहा- अरे बाबू, आपको धीरे धीरे पता चलेगा मेरी क्षमता के बारे में। चलो अब जल्दी से घोड़ी बन जाओ! मैं भी तो घोड़ी चढ़ जाऊँ आज!
मैं मुस्कुरा के बेड पे घोड़ी बन गयी और शीशे की तरफ मुँह कर लिया।
उसने पूछा- शीशे में क्या देखोगी जो इस तरफ मुंह कर लिया?
मैंने कहा- अपने को चुदती हुई देखूँगी, तुम लंड डालो ना और चढ़ लो घोड़ी।
वो हंस के आया और एक बार में पूरा लंड घुसा के अंदर तक दबा दिया और रुक गया। मैंने आहह करी और कहा- क्या हुआ, रुक क्यूँ गए? घोड़ी को धक्के नहीं मारोगे तो आगे कैसे चलेगी।
वो हंसने लगा और पट्ट पट्ट धक्के मारने लगा।
मेरे मुँह से ‘आह आह आह हम्म म्म्ह्ह उम्म …’ की आवाजें निकालने लगी। मेरा पूरा शरीर, बूब्स, बाल, झुमके सब कुछ उसके धक्कों से हिलने लगे।
वो शीशे में देख के हैरानी से मुझे देखने लगा तो मैंने पूछा- ऐसे क्या देख रहे हो?
उसने कहा- यार, तुम्हारा जिस्म कितना खूबसूरत है, आधे से ज्यादा जोश तो मुझे शीशे में तुम्हारे हिलते बाल और बूब्स देख के ही मिल रहा है।
मैंने कहा- जोश मिल रहा है ना … तो स्पीड बढ़ाओ और तेज़।
उसने और स्पीड बढ़ा दी और मैं ज़ोर ज़ोर से बिना डरे ‘आआआ आआह आह अः आहह …’ चिल्लाने लगी और वो भी हम्म हम्म हम्म … करके पट्ट पट्ट करके धक्के मार रहा था।
इसी पोजिशन में 8-10 मिनट तक चुदवाने के बाद मैं अपने चरम सुख की ओर चल दी थी, मुझे पूरे शरीर में सुरसुरी सी होने लगी और आनंद से भर गयी, पूरे शरीर में झनझननाहट सी होने लगी तो मैंने कहा- और तेज़ और तेज़ और तेज़ आह उम्म्ह… अहह… हय… याह… अह आ आ… आ… आ… आ… आ आआ आआहहह… कर के ज़ोर से चिल्ला के वहीं फच्च फच्च फच्च के साथ झड़ गयी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: भाई की शादी में सुहागरात मनायी- - by neerathemall - 23-05-2022, 02:19 PM



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