23-05-2022, 02:17 PM
हम दोनों उसके घर आ गए। शादी की वजह से पूरा घर सजा हुआ था और बहुत खूबसूरत लग रहा था। हम दोनों अंदर गए और उसने बोला- घर लॉक कर देता हूँ अंदर से, यहाँ चोरों का डर रहता है।
फिर वो मुझे अपना घर दिखने लगा। उसने बोला- एक बात पूछूं?
मैंने कहा- पूछो।
करन बोला- जब मैंने चैट में कहा था कि मतलब मेरा कोई चान्स नहीं है. तो तुमने कहा था कि मैंने कब मना किया तुम्हें, इसका मतलब क्या निकालूं, क्या मेरा चान्स है?
मैं मुस्कुराने लगी तो वो और बैचन हो गया और बोला- प्लीज बोलो न कुछ तो?
मैं बोली- हो भी सकता है और नहीं भी हो सकता।
उसने बोला- चलो मैं ट्राई कर लेता हूँ.
और वो मेरे पास आया और मेरी आँखों में आँखें डाल कर बोला- सुहानी चौधरी, तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो, जब से तुम्हें देखा है, मैं तो तुम्हारा दीवाना हो गया हूँ, सिर्फ तुम्हारे बारे में ही सोच रहा हूँ, क्या तुम मेरी लाइफ पार्टनर बनोगी?
मैंने कहा- बस इतनी बात कहने से डर रहे थे? तुम देखा कितना सिम्पल था।
उसने बोला- तो मैं हाँ समझूँ?
मैंने कहा- हाँ इडियट हाँ।
मैंने पहली बार किसी का प्रोपोज़ल स्वीकार किया था।
करन तो मानो खुशी से पागल हो गया और उछल के ज़ोर से मेरे गले लग गया। जब वो गले लग के हटा तो हम दोनों एक दूसरे की आँखों में देखने लगे और कभी वो मेरे पिंक होंठों को देखता कभी मैं उसके होंठों को।
मुझे यह समझने में ज्यादा देर नहीं लगी कि अब वो किस करना चाहता है। उसने मेरा सिर अपने हाथों में पकड़ा मेरे होंठों के पास होंठ ले आया, मैंने भी अपनी बांहें उसके गले में डाल दी और हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे. हम दोनों की आँखें बंद हो गयी और हम दोनों उस लम्हे में डूब गए।
अब किस हुई तो बात आगे भी बढ़नी ही थी. हम कब उस रोमांटिक पल से काम वासना की ओर चल दिये हमें पता ही नहीं चला। हम दोनों की किस और टाइट होती चली गयी और उसने मुझे धकेल के दीवार से सटा दिया और हम दोनों काफी ज़ोर से एक दूसरे को किस कर रहे थे, हम दोनों एक दूसरे के होंठों की होंठों से रगड़ रहे थे, अब वो मेरे और मैं उसके होंठों को चूस रही थी। लगभग 1-2 मिनट के किस के बाद हम हटे, हम दोनों के दिल ज़ोरों से धड़क रहे थे।
फिर वो मुझे अपना घर दिखने लगा। उसने बोला- एक बात पूछूं?
मैंने कहा- पूछो।
करन बोला- जब मैंने चैट में कहा था कि मतलब मेरा कोई चान्स नहीं है. तो तुमने कहा था कि मैंने कब मना किया तुम्हें, इसका मतलब क्या निकालूं, क्या मेरा चान्स है?
मैं मुस्कुराने लगी तो वो और बैचन हो गया और बोला- प्लीज बोलो न कुछ तो?
मैं बोली- हो भी सकता है और नहीं भी हो सकता।
उसने बोला- चलो मैं ट्राई कर लेता हूँ.
और वो मेरे पास आया और मेरी आँखों में आँखें डाल कर बोला- सुहानी चौधरी, तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो, जब से तुम्हें देखा है, मैं तो तुम्हारा दीवाना हो गया हूँ, सिर्फ तुम्हारे बारे में ही सोच रहा हूँ, क्या तुम मेरी लाइफ पार्टनर बनोगी?
मैंने कहा- बस इतनी बात कहने से डर रहे थे? तुम देखा कितना सिम्पल था।
उसने बोला- तो मैं हाँ समझूँ?
मैंने कहा- हाँ इडियट हाँ।
मैंने पहली बार किसी का प्रोपोज़ल स्वीकार किया था।
करन तो मानो खुशी से पागल हो गया और उछल के ज़ोर से मेरे गले लग गया। जब वो गले लग के हटा तो हम दोनों एक दूसरे की आँखों में देखने लगे और कभी वो मेरे पिंक होंठों को देखता कभी मैं उसके होंठों को।
मुझे यह समझने में ज्यादा देर नहीं लगी कि अब वो किस करना चाहता है। उसने मेरा सिर अपने हाथों में पकड़ा मेरे होंठों के पास होंठ ले आया, मैंने भी अपनी बांहें उसके गले में डाल दी और हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे. हम दोनों की आँखें बंद हो गयी और हम दोनों उस लम्हे में डूब गए।
अब किस हुई तो बात आगे भी बढ़नी ही थी. हम कब उस रोमांटिक पल से काम वासना की ओर चल दिये हमें पता ही नहीं चला। हम दोनों की किस और टाइट होती चली गयी और उसने मुझे धकेल के दीवार से सटा दिया और हम दोनों काफी ज़ोर से एक दूसरे को किस कर रहे थे, हम दोनों एक दूसरे के होंठों की होंठों से रगड़ रहे थे, अब वो मेरे और मैं उसके होंठों को चूस रही थी। लगभग 1-2 मिनट के किस के बाद हम हटे, हम दोनों के दिल ज़ोरों से धड़क रहे थे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
