23-05-2022, 02:08 PM
बाली रानी के कहे अनुसार मैं फर्श पर घुटनों के बल बैठ गया. रानी भी बेड के सिरे पर उकड़ू बैठ गयी. रानी ने मेरा सर पकड़ के चूत के पास मेरा मुंह लगा दिया और मुंह खोलने को बोला. मैं यह सब सुन कर बहुत कौतूहल में था कि ना जाने रानी की सुस्सू का स्वाद कैसा होगा … अगर मुझे पसंद न आया तो?
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
