23-05-2022, 01:40 PM
फिर लंड को मैं उसकी चूत में डाल कर उसे चोदने लगा।
कुछ देर में उसे मजा आने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगी।
15 मिनट तक उसे ऐसी हालत में चोदते हुए मेरा लंड उसकी चूत में झड़ गया और वो भी साथ में झड़ गई।
फिर अगले दिन हम दोनों जब नंगे हॉल में बैठे हुए मूवी देख रहे थे तब मोहिनी के मोबाइल में उसके पति दिनशे का फोन आया।
मोहिनी भाभी ने अपने पति दिनेश से बात की और सिर्फ हां और ना में जवाब देती रही।
फोन रखने के बाद वह मुझसे चिपक कर रोने लगी।
उसे इस तरह अचानक रोता देख मैं डर गया और सोचने लगा कि कहीं कुछ अनहोनी तो नहीं हो गई!
मैं- क्या हुआ डार्लिंग … क्यों रो रही हो? कुछ बताओगी या नहीं?
भाभी ने बताया- पति का फोन था और उसे पास मिल गए हैं। कल यानि कि 30 अप्रैल को वह कार लेकर आ रहे हैं। आज ही तुम अपना सामान पैक कर लो, हम 1 घंटे बाद अलग हो जाएंगे। मुझे तुमसे दूर जाने पर बहुत रोना आ रहा है। पता नहीं कितने महीनों बाद हम वापस मिलेंगे।
ये कहते हुए वह मुझसे चिपक कर रोने लगी।
उस रात हमने तीन बार सेक्स किया और सुबह 5:00 बजे मैं अपना सामान लेकर अपने रूम में आ गया।
सुबह 9:00 बजे उठकर जब मैं दूध लेने के लिए जा रहा था तो देखा भाभी के रूम में ताला लगा हुआ था।
यह देख कर मुझे दुख हुआ।
सुबह 7:00 बजे दिनेश आ गए और 8:00 बजे वह लोग भोपाल से निकल गए।
यह बात भाभी ने मुझे घर पहुंचने के बाद फोन लगाकर बताई।
दोस्तो, 29 अप्रैल तक मैंने भाभी को और भाभी ने मुझे हर तरीके से चोदा, हर पोजीशन में चोदा।
घर का ऐसा कोई कोना नहीं बचा था जहां हम दोनों ने नंगी चुदाई का खेल ना खेला हो।
चुदाई में हमने किचन, बाथरूम, हॉल, बेडरूम हर जगह सेक्स किया।
24 मार्च से लेकर 29 अप्रैल तक हम दोनों साथ रहे। जब हम लोग चुदाई नहीं करते थे तब मैं जॉकी की अंडरवियर और बनियान में रहता और भाभी भी अपनी ब्रा और पैंटी में रहती थी।
कभी-कभी तो हम लोग नंगे ही रहते थे जब तक उसका बच्चा सो कर नहीं उठ जाता था।
उसके नंगे बदन से मैं इतना खेला कि उसकी याद कभी भी मेरे दिमाग से जाती ही नहीं।
कुछ देर में उसे मजा आने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगी।
15 मिनट तक उसे ऐसी हालत में चोदते हुए मेरा लंड उसकी चूत में झड़ गया और वो भी साथ में झड़ गई।
फिर अगले दिन हम दोनों जब नंगे हॉल में बैठे हुए मूवी देख रहे थे तब मोहिनी के मोबाइल में उसके पति दिनशे का फोन आया।
मोहिनी भाभी ने अपने पति दिनेश से बात की और सिर्फ हां और ना में जवाब देती रही।
फोन रखने के बाद वह मुझसे चिपक कर रोने लगी।
उसे इस तरह अचानक रोता देख मैं डर गया और सोचने लगा कि कहीं कुछ अनहोनी तो नहीं हो गई!
मैं- क्या हुआ डार्लिंग … क्यों रो रही हो? कुछ बताओगी या नहीं?
भाभी ने बताया- पति का फोन था और उसे पास मिल गए हैं। कल यानि कि 30 अप्रैल को वह कार लेकर आ रहे हैं। आज ही तुम अपना सामान पैक कर लो, हम 1 घंटे बाद अलग हो जाएंगे। मुझे तुमसे दूर जाने पर बहुत रोना आ रहा है। पता नहीं कितने महीनों बाद हम वापस मिलेंगे।
ये कहते हुए वह मुझसे चिपक कर रोने लगी।
उस रात हमने तीन बार सेक्स किया और सुबह 5:00 बजे मैं अपना सामान लेकर अपने रूम में आ गया।
सुबह 9:00 बजे उठकर जब मैं दूध लेने के लिए जा रहा था तो देखा भाभी के रूम में ताला लगा हुआ था।
यह देख कर मुझे दुख हुआ।
सुबह 7:00 बजे दिनेश आ गए और 8:00 बजे वह लोग भोपाल से निकल गए।
यह बात भाभी ने मुझे घर पहुंचने के बाद फोन लगाकर बताई।
दोस्तो, 29 अप्रैल तक मैंने भाभी को और भाभी ने मुझे हर तरीके से चोदा, हर पोजीशन में चोदा।
घर का ऐसा कोई कोना नहीं बचा था जहां हम दोनों ने नंगी चुदाई का खेल ना खेला हो।
चुदाई में हमने किचन, बाथरूम, हॉल, बेडरूम हर जगह सेक्स किया।
24 मार्च से लेकर 29 अप्रैल तक हम दोनों साथ रहे। जब हम लोग चुदाई नहीं करते थे तब मैं जॉकी की अंडरवियर और बनियान में रहता और भाभी भी अपनी ब्रा और पैंटी में रहती थी।
कभी-कभी तो हम लोग नंगे ही रहते थे जब तक उसका बच्चा सो कर नहीं उठ जाता था।
उसके नंगे बदन से मैं इतना खेला कि उसकी याद कभी भी मेरे दिमाग से जाती ही नहीं।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.