20-05-2022, 05:44 PM
पल अब उस सोफे पर ऐसे सो गयी थी की उठने का कोई चान्स ही नही था, चचेरी बहन शानू प्रिया ने सोने की जल्दिबाजी मे डिन्नर निपटा लिया, जब तक मै सब समेटता तब तक मेरी शादी शुदा चचेरी बहन ने मेरे ही सामने पर्पल कलर की लॅगिंग पह्न ली और पेट के बल बेड पर जा गिरी, मै कहा शांत बैठने वाला था मैने पुछ तच्छ जारी रखी तो चचेरी बहन शानू प्रिया ने बोला की “मेरा बदन बहुत दर्द कर रा है तो कोई पेन किल्लर है तो दे दो.
मैने कहा “दीदी पेन किल्लर तो नही है” और उसकी साइड जा कर उसके करीब बैठ गया, बिना किसी पर्मिशन के उसकी सेक्सी पीठ पर हाथ से मसाज देना शुरू किया , बहुत ही सेक्सी लग रही थी उस वक़्त वो तो, मैने पीठ से धीरे धीरे हाथ कमर पर ले गया पर वो चुप ही रही, शायद मसाज से उसे तोड़ा आराम महसूस हुआ हो. उसकी शांति का फ़ायदा उठाते हुए मैने दोनो हाथो से मसाज शुरू कर दी, मेरा लौड़ा अब पूरी तरह से खड़ा हो गया था, मुझे और आगे बढ़ना था तो मै दी के कानो मे धीरे से बोला दी कमर पर तेल से मालिश कर दू ? तुझे और भी आराम मिलेगा.
उसने कहा “थॅंक यू सो मच बसंत भाई तू बहुत अच्छा है’तेरे हाथो मे जादू है” प्लीज़ ज़रा तेल लगा दे, तो मै झट से उठा सबसे पहले लाइट बंद कर के ज़ीरो लॅंप जला दी और मै जीन्स उतार कर बॉक्सर पे आ गया दी वैसे ही पड़ी हुई थी आखे बंद कर रखी थी. मैने हिम्मत की और मेरी चचेरी बहन की गोल गोल गोरी – गोरी गांड पर लंड सेट कर के बैठ गया और टी-शर्ट को थोडा उप्पर कर मेरी चचेरी बहन की गोरी चिकनी स्लिम्म कमर पर तेल से मालिश करने लगा, दी के मुह से निकला ” वाहह मेरे शेर क्या बात है” मुझे तो समझ नही आया की उसकी ये तारीफ मेरी मसाज स्किल के लिए थी या उसकी गांड पर मेरे 8 इंच बड़े लंड के टच करने के लिए थी.
मैने कहा “दीदी पेन किल्लर तो नही है” और उसकी साइड जा कर उसके करीब बैठ गया, बिना किसी पर्मिशन के उसकी सेक्सी पीठ पर हाथ से मसाज देना शुरू किया , बहुत ही सेक्सी लग रही थी उस वक़्त वो तो, मैने पीठ से धीरे धीरे हाथ कमर पर ले गया पर वो चुप ही रही, शायद मसाज से उसे तोड़ा आराम महसूस हुआ हो. उसकी शांति का फ़ायदा उठाते हुए मैने दोनो हाथो से मसाज शुरू कर दी, मेरा लौड़ा अब पूरी तरह से खड़ा हो गया था, मुझे और आगे बढ़ना था तो मै दी के कानो मे धीरे से बोला दी कमर पर तेल से मालिश कर दू ? तुझे और भी आराम मिलेगा.
उसने कहा “थॅंक यू सो मच बसंत भाई तू बहुत अच्छा है’तेरे हाथो मे जादू है” प्लीज़ ज़रा तेल लगा दे, तो मै झट से उठा सबसे पहले लाइट बंद कर के ज़ीरो लॅंप जला दी और मै जीन्स उतार कर बॉक्सर पे आ गया दी वैसे ही पड़ी हुई थी आखे बंद कर रखी थी. मैने हिम्मत की और मेरी चचेरी बहन की गोल गोल गोरी – गोरी गांड पर लंड सेट कर के बैठ गया और टी-शर्ट को थोडा उप्पर कर मेरी चचेरी बहन की गोरी चिकनी स्लिम्म कमर पर तेल से मालिश करने लगा, दी के मुह से निकला ” वाहह मेरे शेर क्या बात है” मुझे तो समझ नही आया की उसकी ये तारीफ मेरी मसाज स्किल के लिए थी या उसकी गांड पर मेरे 8 इंच बड़े लंड के टच करने के लिए थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.