20-05-2022, 05:41 PM
म दोनों का परिवार बिलकुल पास पास ही रहता. मै मेरी चचेरी बहन से 2 साल छोटा था तो उसकी शादी से पहले मै उसके इर्द गिर्द मंडराता रहता था. मुझे बचपन से ही चुदाई का शौक था और मेरी गन्दी नज़र मेरी इस खुबसूरत चचेरी बहन शानू प्रिया पर थी. चचेरी बहन की शादी से पहले मैने दो बार गोरी – गोरी गांड और चूत देख ली थी चुपके से. जब वो सो रही होती तब मै धीरे से पास जा कर उसकी फ्रॉक उठा के अंदर झाकता था उफ्फ क्या नज़ारा हुआ करता था अंदर का मेरा तो बचपन में ही लंड तनकर खड़ा हो जाया करता था. कई सालो तक मैंने उस नज़ारे को याद कर के मूठ मारी है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.