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Adultery मामी की बहन
#3
(20-05-2022, 05:00 PM)neerathemall Wrote:
पहली चुदाई नवविवाहिता मामी के साथ

बात उन दिनों की है जब मैं बारहवीं की पढ़ाई के लिए अपने मामा के घर पर रह रहा था।

मामा पेशे से एक वकील थे इसलिए पूरा दिन कोर्ट कचहरी के काम में व्यस्त रहते थे और मैं घर पर अकेला ही रहता था।
दूसरे साल मामा की शादी तय हुई तो मैं भी सबके साथ लड़की देखने गया.
मुझे लड़की इतनी पसंद आयी कि थोड़ी देर के लिए मैं यह भूल ही गया कि लड़की अपने लिए नहीं मामा के लिए देखने आया हूँ।
उनका कद 5’4″ और रंग दूध सा सफ़ेद था।
उन्होंने लाइट ब्लू कलर का सूट पहना हुआ था और ऊपर से दुपट्टा डाले थी।
उनके चूचे सामान्य आकार के पर तने हुए थे जो उनकी सुंदरता पर चार चाँद लगा रहे थे।
लगभग दो महीने बाद मामा की शादी हो गयी और मामी घर आ गयी।
मेरी मामी के साथ अच्छी बनती थी।
सर्दी के दिन थे और मैं रोज की तरह टीवी देखने के लिए मामी के कमरे में ही जाता था और उनके ही डबलबेड पर आराम से लेट कर टीवी देखता था।
एक दिन मैं ऐसे ही टीवी देखते देखते सो गया।
मामी अपना काम ख़त्म करके अपने कमरे में आयीं और बिना मुझे डिस्टर्ब किये दूसरी तरफ जा कर लेट गयी।
नींद में करवट लेकर कब मैं उनकी तरफ चला गया पता ही नहीं चला.
जब मेरी नींद खुली तो पूरी रज़ाई मामी के बदन की गर्मी से धधक रही थी और उनकी जिस्म की मादक खुशबू पूरी रज़ाई से आ रही थी।
तब पहली बार मुझे यह अहसास हुआ की एक जवान औरत से ज्यादा गर्म और अच्छा नेचुरल हीटर शायद ही दुनिया में कोई दूसरा हो।
मैंने देखा कि मामी गहरी नींद में है तो मेरे मन में मामी को सोता देख वासना जाग उठी।
मैं खिसक कर मामी के और करीब आ गया और अपने पैरों से मामी के पैर छूने की कोशिश करने लगा।
मामी ने साड़ी पहनी हुई थी।
मैंने अपने पैरों से मामी की साड़ी को धीरे-धीरे ऊपर खिसकाने की कोशिश की.
पर अंदर से थोड़ा डर भी लग रहा था क्योंकि अभी तक हमारे बीच सब सामान्य ही था … मतलब हम सिर्फ अच्छे दोस्त जैसे ही थे।
जब मुझे लगा की मामी अभी भी गहरी नींद में सो रही हैं तो मेरी हिम्मत बढ़ी और मैंने अपना हाथ उनकी कमर में रख कर टटोलने लगा.
और यह सब मैं आँख बंद करके कर रहा था ताकि मामी जग भी जाये तो ऐसा लगे कि मैं नींद में हाथ पैर चला रहा हूँ।
मामी का बदन बहुत ही चिकना और मक्ख़न सा मुलायम था और उस स्पर्श से मेरी साँसें और तेज़ हो चली थी और लंड तनकर एकदम लोहे का रॉड बन गया था।
पर उस दिन मेरी इस से ज्यादा कुछ करने की हिम्मत नहीं हुई इसलिए मैं उठकर गया और दूसरे कमरे में जाकर मुठ मार कर सो गया।
अगले दिन वापस जब मैं टीवी देख रहा था तो मामी के आते ही सोने का नाटक करने लगा और आधे घंटे बाद जब मुझे लगा कि अब मामी सो गई तो मैंने फिर से अपनी हरकतें शुरु कर दी।
आज मामी ने गाउन पहना हुआ था. मैंने उनका गाउन धीरे-धीरे ऊपर की तरफ खिसका दिया.
उन्होंने आज अंदर से भी कुछ नहीं पहना था.
मैंने मन ही मन में सोचा आज तो लॉटरी लग गयी.
मैंने मामी की तरफ फिर से देखा और हिम्मत करके उनकी गोरी जाँघों पर अपना हाथ फिराने लगा और धीरे-धीरे अपना हाथ उनकी चूत पर ले गया।
उनकी चूत पर बिल्कुल हल्के हल्के बाल थे और चूत किसी गर्म भट्टी की तरह सुलग रही थी.
मैंने थोड़ी और हिम्मत की और मामी की चूत पर अपनी उंगली फिराने लगा और मामी की चूत को धीरे-धीरे सहलाये जा रहा था।
चूत से थोड़ा थोड़ा चिपचिपा सा पानी रिस रहा था जिससे मेरी अन्तर्वासना और भड़क उठी और मैं जोश में आकर एक हाथ से अपना लंड और दूसरे हाथ से मामी की चूत को सहलाता रहा.
कुछ देर बाद मामी थोड़ा कसमसाई और चूत पानी से सराबोर हो गयी।
चूँकि उस वक़्त मुझे औरत की चूत के बारे में न तो इतनी जानकारी थी और न ही इतना तज़ुर्बा कि औरतों के चरम सुख में क्या और कैसे होता है.
इसलिये यह भी समझ नहीं पाया कि मामी की चूत इतनी ज्यादा पानी-पानी कैसे हो गयी.
मुझे तो बस उनकी चूत से खेलने में मज़ा आ रहा था।
मामी का पानी निकालने के बाद जब मेरा भी पानी निकल गया तो मैं भी आराम से सो गया।
इतना सब होने के बाद मुझे डर भी था कि कहीं मामी को पता तो नहीं चल गया? और पता चल गया तो मामी ने मामा से कुछ बोल दिया तो मेरी तो वाट लग जाएगी।
लेकिन मामी ने न तो मुझसे कुछ कहा और न ही मामा ने कुछ बोला तो यह तो पक्का हो गया कि मैं सुरक्षित हूँ।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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मामी की बहन - by neerathemall - 20-05-2022, 04:59 PM
RE: मामी की बहन - by neerathemall - 20-05-2022, 05:02 PM



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