20-05-2022, 04:44 PM
मैं उनके होंठों को चूस रहा था. मौसी मेरी जीभ चूस रही थीं. मेरे हाथ उनके चूचों पर चलने लगे. मैं उनके होंठ से हट कर उनकी गर्दन और उनके कान पर किस करने लगा, साथ ही एक हाथ से मैक्सी के बाहर से ही उनकी चूची के निप्पल को अपनी उंगलियों में पकड़ कर मींजने लगा.
जैसे ही मैंने उनको कान के निचले हिस्से को चूसा, वो पागल सी हो गईं और मुझे पागलों की तरह चूमने लगीं.
मैंने उनकी मैक्सी को ऊपर तक उठा दिया और उनकी चूत पर उंगली फिराने लगा.
आज मौसी पूरी तैयारी करके आई थीं.
उनकी चूत बिल्कुल चिकनी थी और गीली हो चुकी थी.
मैंने उनकी मैक्सी पूरी उतार दी. अब मौसी मेरे सामने सिर्फ गीली पैंटी में रह गई थीं.
मेरे उंगली करने की वजह से वो गर्म हो गई थीं और उन्हें पसीना आने लगा था, जिसकी वजह से उनका बदन हीरे की तरह चमक रहा था.
कुछ देर मौसी के बदन को निहारने के बाद मैं मौसी को फिर से किस करने लगा.
चूत में उंगली करने के कारण मौसी बेकाबू हो गई थीं और मेरे होंठों को काटने लगी थीं.
तभी मैं उनकी गर्दन पर किस करते हुए उनकी चूचियों पर पहुंच गया.
मैं एक हाथ से उनके चूचे को दबा रहा था और एक हाथ से उनकी चूत में उंगली कर रहा था.
साथ ही साथ निप्पल भी चाट रहा था.
मैं मौसी के एक चूचे को चूसने लगा.
उसमें से दूध आने लगा.
मुझे मौसी का दूध पीने में बड़ा मजा आ रहा था और इसी वजह से मैं बेकाबू होता जा रहा था.
मैं अतिउत्तेजना में कभी कभी उनके निप्पल को काट लेता, जिससे मौसी उत्तेजित होकर मेरे सर को अपनी छाती पर दबाते हुए सिसकारियां लेने लगतीं.
मौसी ने मादक आवाज में कहा- आहह … खा जा इन्हें राहुल … आज पूरा खा जा.
मैं कुछ देर मौसी के दिनों मम्मों का रस पीने के बाद नीचे आ गया, उनकी नाभि में जीभ चलाने लगा.
उसी समय मैंने मौसी की पैंटी नीचे कर दी.
मैं एक हाथ से चूचे को दबा रहा था और दूसरे हाथ की उंगली चूत में चल रही थी.
इन सबसे मौसी एकदम मस्त हो चुकी थीं.
तभी मैं उन्हें चूमते हुए उनकी चूत पर पहुंच गया.
उनकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी.
मैं बहुत देर से उनकी चूत में उंगली कर रहा था इसलिए चूत भभक गई थी.
चूत में 5-6 बार जीभ चलाते ही मौसी मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाती हुई कराहने लगीं- आहह … उमह … यस्स … ओइ मां … आह आह जोर से … खा जाओ इसे राहुलहह … साली बहुत परेशान करती है.
ये सब कहती हुई मौसी झड़ गईं.
मैं उनकी चूत का सारा पानी गटक गया लेकिन मैंने फिर भी चूत चाटना नहीं छोड़ा.
अब मौसी निढाल होकर हांफ रही थीं.
कुछ देर और जीभ चलाने से मेरी मौसी फिर से गर्म हो गईं और मुझसे कहने लगीं- ये सब बाद में कर लेना राहुल, अभी पहले मुझे चोद कर शांत कर दो. अब मुझे ज्यादा मत सताओ. जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो प्लीज.
मैं उनको थोड़ी देर तड़पाना चाहता था.
मगर मौसी मान ही नहीं रही थीं.
मैं उनकी चूत को चाटते हुए 69 की पोजिशन में आ गया.
उन्होंने झट से अपना मुँह खोला और मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगीं.
कुछ देर चूत चाटने के बाद मौसी मेरे लंड पर दांत लगाने लगीं जिससे मुझे दिक्कत होने लगी.
मैं उठ गया और मौसी की चूत के सामने आ गया.
अभी तक मौसी दो बार झड़ चुकी थीं.
अब मौसी मुझसे गिड़गिड़ाने लगी थीं- राहुल, प्लीज अब चोद दे … साले क्यों तड़पा रहा है. मैं बहुत दिन से प्यासी हूं, अब जल्दी से चोद से मुझे.
मुझे इस बात पर उन पर प्यार आ गया.
मैंने उन्हें एक किस किया और कहा- रीना, मेरी जान चिंता मत कर, आज तो मैं तुझे जम कर चोदूंगा.
वो बोलीं- हां राहुल, मुझे रगड़ कर चोद दे. मैं लंड की प्यासी हूँ.
मैं उनकी चूत के सामने आया. उनकी चूत भी पहले से गीली थी.
मैंने अपना लंड उनकी चूत पर रखा और धक्का लगा दिया. मुझे दर्द हुआ क्योंकि ये मेरी पहली चुदाई थी.
मौसी को भी थोड़ा दर्द हो रहा था क्योंकि वो काफी समय से चुदी नहीं थीं.
मौसी को कुछ देर दर्द हुआ लेकिन फिर मौसी गांड उठा उठा कर मजा लेने लगीं.
‘अह … अह … हांह …’
मौसी मेरा सहयोग करने लगीं. धकापेल चुदाई चलने लगी.
इसी बीच मौसी एक बार फिर से झड़ गई थीं.
चूंकि ये मेरा पहली बार वाला सेक्स था इसलिए मुझे ज्यादा तेज स्पीड में चोदने में दिक्कत हो रही थी.
मैंने पोर्न में देखा है कि लड़कियां लंड पर बैठ कर चुदवाना बहुत पसंद करती हैं.
मैंने मौसी को उठाया और खुद बेड पर लेट गया. मौसी समझ गईं और वो मेरे ऊपर आ गईं.
उन्होंने मेरे लंड पर चूत सैट की और बैठ कर मस्त होकर कूदने लगीं.
इस समय मौसी की उछलती हुई चूचियां देख कर मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था.
मौसी बहुत मजे ले रही थीं और ‘अम्हं … आह … यस … स्स फक मी … आह आंह …’ करती हुई मेरे लौड़े पर कूद रही थीं.
उनकी आवाज नीचे नाना नानी के कमरे तक जा सकती थी इसलिए मैंने थोड़ा सा उठ कर मौसी को अपनी तरफ खींच लोया.
वो चिल्ला न सकें इसलिए मैंने किस करके उनका मुँह बंद कर दिया.
मैं अपने हाथ पीछे मौसी की गांड पर ले गया और मौसी की गांड में पर उंगली चलाने लगा.
इससे मौसी कुछ ज्यादा ही पागल हो गईं और जोर जोर से मेरे लंड पर कूदने लगीं.
वो मुझे जोर जोर से किस करने लगीं.
मैं इस सबसे इतना उत्तेजित हो गया था कि खुद को संभाल नहीं पाया और उनकी चूत में ही अपना पानी छोड़ दिया.
मेरे साथ ही मौसी भी झड़ चुकी थीं.
जैसे ही मैंने उनको कान के निचले हिस्से को चूसा, वो पागल सी हो गईं और मुझे पागलों की तरह चूमने लगीं.
मैंने उनकी मैक्सी को ऊपर तक उठा दिया और उनकी चूत पर उंगली फिराने लगा.
आज मौसी पूरी तैयारी करके आई थीं.
उनकी चूत बिल्कुल चिकनी थी और गीली हो चुकी थी.
मैंने उनकी मैक्सी पूरी उतार दी. अब मौसी मेरे सामने सिर्फ गीली पैंटी में रह गई थीं.
मेरे उंगली करने की वजह से वो गर्म हो गई थीं और उन्हें पसीना आने लगा था, जिसकी वजह से उनका बदन हीरे की तरह चमक रहा था.
कुछ देर मौसी के बदन को निहारने के बाद मैं मौसी को फिर से किस करने लगा.
चूत में उंगली करने के कारण मौसी बेकाबू हो गई थीं और मेरे होंठों को काटने लगी थीं.
तभी मैं उनकी गर्दन पर किस करते हुए उनकी चूचियों पर पहुंच गया.
मैं एक हाथ से उनके चूचे को दबा रहा था और एक हाथ से उनकी चूत में उंगली कर रहा था.
साथ ही साथ निप्पल भी चाट रहा था.
मैं मौसी के एक चूचे को चूसने लगा.
उसमें से दूध आने लगा.
मुझे मौसी का दूध पीने में बड़ा मजा आ रहा था और इसी वजह से मैं बेकाबू होता जा रहा था.
मैं अतिउत्तेजना में कभी कभी उनके निप्पल को काट लेता, जिससे मौसी उत्तेजित होकर मेरे सर को अपनी छाती पर दबाते हुए सिसकारियां लेने लगतीं.
मौसी ने मादक आवाज में कहा- आहह … खा जा इन्हें राहुल … आज पूरा खा जा.
मैं कुछ देर मौसी के दिनों मम्मों का रस पीने के बाद नीचे आ गया, उनकी नाभि में जीभ चलाने लगा.
उसी समय मैंने मौसी की पैंटी नीचे कर दी.
मैं एक हाथ से चूचे को दबा रहा था और दूसरे हाथ की उंगली चूत में चल रही थी.
इन सबसे मौसी एकदम मस्त हो चुकी थीं.
तभी मैं उन्हें चूमते हुए उनकी चूत पर पहुंच गया.
उनकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी.
मैं बहुत देर से उनकी चूत में उंगली कर रहा था इसलिए चूत भभक गई थी.
चूत में 5-6 बार जीभ चलाते ही मौसी मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाती हुई कराहने लगीं- आहह … उमह … यस्स … ओइ मां … आह आह जोर से … खा जाओ इसे राहुलहह … साली बहुत परेशान करती है.
ये सब कहती हुई मौसी झड़ गईं.
मैं उनकी चूत का सारा पानी गटक गया लेकिन मैंने फिर भी चूत चाटना नहीं छोड़ा.
अब मौसी निढाल होकर हांफ रही थीं.
कुछ देर और जीभ चलाने से मेरी मौसी फिर से गर्म हो गईं और मुझसे कहने लगीं- ये सब बाद में कर लेना राहुल, अभी पहले मुझे चोद कर शांत कर दो. अब मुझे ज्यादा मत सताओ. जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो प्लीज.
मैं उनको थोड़ी देर तड़पाना चाहता था.
मगर मौसी मान ही नहीं रही थीं.
मैं उनकी चूत को चाटते हुए 69 की पोजिशन में आ गया.
उन्होंने झट से अपना मुँह खोला और मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगीं.
कुछ देर चूत चाटने के बाद मौसी मेरे लंड पर दांत लगाने लगीं जिससे मुझे दिक्कत होने लगी.
मैं उठ गया और मौसी की चूत के सामने आ गया.
अभी तक मौसी दो बार झड़ चुकी थीं.
अब मौसी मुझसे गिड़गिड़ाने लगी थीं- राहुल, प्लीज अब चोद दे … साले क्यों तड़पा रहा है. मैं बहुत दिन से प्यासी हूं, अब जल्दी से चोद से मुझे.
मुझे इस बात पर उन पर प्यार आ गया.
मैंने उन्हें एक किस किया और कहा- रीना, मेरी जान चिंता मत कर, आज तो मैं तुझे जम कर चोदूंगा.
वो बोलीं- हां राहुल, मुझे रगड़ कर चोद दे. मैं लंड की प्यासी हूँ.
मैं उनकी चूत के सामने आया. उनकी चूत भी पहले से गीली थी.
मैंने अपना लंड उनकी चूत पर रखा और धक्का लगा दिया. मुझे दर्द हुआ क्योंकि ये मेरी पहली चुदाई थी.
मौसी को भी थोड़ा दर्द हो रहा था क्योंकि वो काफी समय से चुदी नहीं थीं.
मौसी को कुछ देर दर्द हुआ लेकिन फिर मौसी गांड उठा उठा कर मजा लेने लगीं.
‘अह … अह … हांह …’
मौसी मेरा सहयोग करने लगीं. धकापेल चुदाई चलने लगी.
इसी बीच मौसी एक बार फिर से झड़ गई थीं.
चूंकि ये मेरा पहली बार वाला सेक्स था इसलिए मुझे ज्यादा तेज स्पीड में चोदने में दिक्कत हो रही थी.
मैंने पोर्न में देखा है कि लड़कियां लंड पर बैठ कर चुदवाना बहुत पसंद करती हैं.
मैंने मौसी को उठाया और खुद बेड पर लेट गया. मौसी समझ गईं और वो मेरे ऊपर आ गईं.
उन्होंने मेरे लंड पर चूत सैट की और बैठ कर मस्त होकर कूदने लगीं.
इस समय मौसी की उछलती हुई चूचियां देख कर मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था.
मौसी बहुत मजे ले रही थीं और ‘अम्हं … आह … यस … स्स फक मी … आह आंह …’ करती हुई मेरे लौड़े पर कूद रही थीं.
उनकी आवाज नीचे नाना नानी के कमरे तक जा सकती थी इसलिए मैंने थोड़ा सा उठ कर मौसी को अपनी तरफ खींच लोया.
वो चिल्ला न सकें इसलिए मैंने किस करके उनका मुँह बंद कर दिया.
मैं अपने हाथ पीछे मौसी की गांड पर ले गया और मौसी की गांड में पर उंगली चलाने लगा.
इससे मौसी कुछ ज्यादा ही पागल हो गईं और जोर जोर से मेरे लंड पर कूदने लगीं.
वो मुझे जोर जोर से किस करने लगीं.
मैं इस सबसे इतना उत्तेजित हो गया था कि खुद को संभाल नहीं पाया और उनकी चूत में ही अपना पानी छोड़ दिया.
मेरे साथ ही मौसी भी झड़ चुकी थीं.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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