20-05-2022, 04:42 PM
मैं आपको मेरी मौसी के बारे में बताता हूं. मेरी मौसी 35 साल की हैं और दिखने में बहुत सेक्सी हैं. वह दूध सी गोरी हैं और उनका फिगर करीब 34-32-36 का होगा
मेरे मन में मौसी को लेकर कोई भी ग़लत विचार नहीं था. मौसी बचपन से ही मुझसे बहुत प्यार करती थीं और जब भी मैं उनके घर जाता था, वो मुझे कसके गले से लगा लेती थीं.
बचपन में तो कुछ समझ में नहीं आता था लेकिन अब मैं बड़ा हो चुका था.
मेरे नाना और नानी की तबियत खराब रहने की वजह से मौसी नानी के साथ ही रहती हैं.
उनके पति अपनी जॉब के चलते कभी कभी ही अपनी ससुराल आ पाते हैं.
मैं अपनी बारहवीं के बाद नानी के घर गया.
सब मुझे देख कर बहुत ही खुश थे.
मौसी ने हमेशा की तरह मुझे अपने गले से लगा लिया. उनकी चूचियां मेरे सीने से रगड़ गईं, जिसकी वजह से मेरा लंड खड़ा हो गया.
इस पर उन्होंने स्माइल देते हुए कहा- राहुल, तुम तो काफी बड़े हो गए हो.
उनकी स्माइल से मैं तो समझ गया लेकिन कुछ कह नहीं पाया. मैं हंस कर रह गया.
मैं नानी के यहां रहने गया था तो मैं रात में बैठ कर मौसी के एक साल के बच्चे के साथ खेल रहा था.
तभी मौसी आईं और लड़के को अपनी गोद में लेकर दूध पिलाने लगीं.
वो मेरे बगल में कुछ इस तरह बैठी थीं कि अगर कोई सामने बैठा होता तो उन्हें उनकी पीठ दिखाई देती.
लेकिन वह मेरे बगल में थीं, तो मुझे उनके चूचों के दर्शन हो गए.
मौसी के रसीले चूचे देख कर मेरा लंड फिर से सलामी देने लगा.
तभी बच्चे ने अपना हाथ कुछ इस तरह से फिराया कि मौसी की कुर्ती एक तरफ से पूरी उठ गई, जिससे मुझे उनकी पूरी चूची दिख गई. मैं आंख फाड़ कर मौसी के मम्मे देखता रह गया.
मौसी ने तुरंत अपनी कुर्ती को नीचे कर दिया और मेरी तरफ देखने लगीं.
मैं उन्हें अनदेखा करके टीवी देखने लगा लेकिन मैंने तिरछी नजर से ध्यान दिया तो देखा कि मौसी का ध्यान बार बार मेरी पैंट में तम्बू बनाए हुए मेरे लंड पर जा रहा था.
कुछ देर बाद हम खाना खा कर बैठे गए थे.
तभी मौसी ने कहा- तुम्हारे मौसा एक हफ्ते से आए नहीं हैं और वो कुछ दिन तक नहीं आएंगे.
मैंने पूछा- क्यों?
तो मौसी ने ठंडी आह भरते हुए कहा- उनका काम ही कुछ ऐसा है कि वो कम बार आ पाते हैं. तुम आज मेरे साथ ही सो जाना.
सच कहता हूं दोस्तो मौसी की ये बात सुनकर मैं तो बहुत ज्यादा खुश हो गया था कि मौसी के साथ सोने का मौका मिल गया.
रात हुई और वो बच्चे को बीच में सुलाने लगीं.
तभी मैंने कहा- मौसी इसे उधर साइड सुला दो और आप बीच में सो जाओ.
मैं नींद में हाथ पैर बहुत चलाता हूं और यह बात मौसी जानती थीं. इसलिए उन्होंने उसे अपनी दूसरी तरफ सुला दिया और खुद बीच में सो गईं.
हम सब सो गए.
रात में मेरी नींद खुली तो मेरा ध्यान मौसी कि तरफ गया तो वो मेरी तरफ मुँह करके सो रही थीं.
तभी मैंने अपने हाथ का कमाल चालू कर दिया.
हालांकि मुझे डर भी लग रहा था मगर मेरी वासना जाग चुकी थी तो मैं अपने काम पर लग गया.
मैंने धीरे धीरे अपने हाथ उनके चूचों पर रख दिए.
मुझे महसूस हुआ कि उन्होंने ब्रा पहन रखी थी.
मुझे मजा आ रहा था.
मौसी बहुत गहरी नींद में सो रही थीं.
मैंने उनके चूचों को सहलाना शुरू कर दिया.
वो भी गहरी नींद में थीं तो नहीं जागीं.
मैं मौसी के चूचों को धीरे धीरे दबाने लगा.
मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा.
मैंने उनकी कुर्ती में हाथ डालने की कोशिश की लेकिन कुर्ती टाइट होने के कारण मैं ऐसा नहीं कर पाया.
तभी मैंने उनके चेहरे को देखा तो ऐसा लग रहा था जैसे ये मेरी मौसी नहीं, कोई जन्नत की परी हों.
अब मैंने उनके होंठों को छुआ, तो मुझे महसूस हुआ जैसे मैंने किसी गुलाब की पंखुड़ी पर हाथ रख दिया हो.
मेरे मन में मौसी को लेकर कोई भी ग़लत विचार नहीं था. मौसी बचपन से ही मुझसे बहुत प्यार करती थीं और जब भी मैं उनके घर जाता था, वो मुझे कसके गले से लगा लेती थीं.
बचपन में तो कुछ समझ में नहीं आता था लेकिन अब मैं बड़ा हो चुका था.
मेरे नाना और नानी की तबियत खराब रहने की वजह से मौसी नानी के साथ ही रहती हैं.
उनके पति अपनी जॉब के चलते कभी कभी ही अपनी ससुराल आ पाते हैं.
मैं अपनी बारहवीं के बाद नानी के घर गया.
सब मुझे देख कर बहुत ही खुश थे.
मौसी ने हमेशा की तरह मुझे अपने गले से लगा लिया. उनकी चूचियां मेरे सीने से रगड़ गईं, जिसकी वजह से मेरा लंड खड़ा हो गया.
इस पर उन्होंने स्माइल देते हुए कहा- राहुल, तुम तो काफी बड़े हो गए हो.
उनकी स्माइल से मैं तो समझ गया लेकिन कुछ कह नहीं पाया. मैं हंस कर रह गया.
मैं नानी के यहां रहने गया था तो मैं रात में बैठ कर मौसी के एक साल के बच्चे के साथ खेल रहा था.
तभी मौसी आईं और लड़के को अपनी गोद में लेकर दूध पिलाने लगीं.
वो मेरे बगल में कुछ इस तरह बैठी थीं कि अगर कोई सामने बैठा होता तो उन्हें उनकी पीठ दिखाई देती.
लेकिन वह मेरे बगल में थीं, तो मुझे उनके चूचों के दर्शन हो गए.
मौसी के रसीले चूचे देख कर मेरा लंड फिर से सलामी देने लगा.
तभी बच्चे ने अपना हाथ कुछ इस तरह से फिराया कि मौसी की कुर्ती एक तरफ से पूरी उठ गई, जिससे मुझे उनकी पूरी चूची दिख गई. मैं आंख फाड़ कर मौसी के मम्मे देखता रह गया.
मौसी ने तुरंत अपनी कुर्ती को नीचे कर दिया और मेरी तरफ देखने लगीं.
मैं उन्हें अनदेखा करके टीवी देखने लगा लेकिन मैंने तिरछी नजर से ध्यान दिया तो देखा कि मौसी का ध्यान बार बार मेरी पैंट में तम्बू बनाए हुए मेरे लंड पर जा रहा था.
कुछ देर बाद हम खाना खा कर बैठे गए थे.
तभी मौसी ने कहा- तुम्हारे मौसा एक हफ्ते से आए नहीं हैं और वो कुछ दिन तक नहीं आएंगे.
मैंने पूछा- क्यों?
तो मौसी ने ठंडी आह भरते हुए कहा- उनका काम ही कुछ ऐसा है कि वो कम बार आ पाते हैं. तुम आज मेरे साथ ही सो जाना.
सच कहता हूं दोस्तो मौसी की ये बात सुनकर मैं तो बहुत ज्यादा खुश हो गया था कि मौसी के साथ सोने का मौका मिल गया.
रात हुई और वो बच्चे को बीच में सुलाने लगीं.
तभी मैंने कहा- मौसी इसे उधर साइड सुला दो और आप बीच में सो जाओ.
मैं नींद में हाथ पैर बहुत चलाता हूं और यह बात मौसी जानती थीं. इसलिए उन्होंने उसे अपनी दूसरी तरफ सुला दिया और खुद बीच में सो गईं.
हम सब सो गए.
रात में मेरी नींद खुली तो मेरा ध्यान मौसी कि तरफ गया तो वो मेरी तरफ मुँह करके सो रही थीं.
तभी मैंने अपने हाथ का कमाल चालू कर दिया.
हालांकि मुझे डर भी लग रहा था मगर मेरी वासना जाग चुकी थी तो मैं अपने काम पर लग गया.
मैंने धीरे धीरे अपने हाथ उनके चूचों पर रख दिए.
मुझे महसूस हुआ कि उन्होंने ब्रा पहन रखी थी.
मुझे मजा आ रहा था.
मौसी बहुत गहरी नींद में सो रही थीं.
मैंने उनके चूचों को सहलाना शुरू कर दिया.
वो भी गहरी नींद में थीं तो नहीं जागीं.
मैं मौसी के चूचों को धीरे धीरे दबाने लगा.
मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा.
मैंने उनकी कुर्ती में हाथ डालने की कोशिश की लेकिन कुर्ती टाइट होने के कारण मैं ऐसा नहीं कर पाया.
तभी मैंने उनके चेहरे को देखा तो ऐसा लग रहा था जैसे ये मेरी मौसी नहीं, कोई जन्नत की परी हों.
अब मैंने उनके होंठों को छुआ, तो मुझे महसूस हुआ जैसे मैंने किसी गुलाब की पंखुड़ी पर हाथ रख दिया हो.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.