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Adultery भाभी की चचेरी बहन
#8
वो शर्माती हुई बोली- यश, प्लीज ये बात किसी को मत बताना.
मैंने बोला- ठीक है, किसी को नहीं बताऊंगा. तुम टेंशन मत लो.
मेरे इतना बोलने पर शिल्पा बोली- थैंक्यू यश, तुम बहुत अच्छे हो.
पर शिल्पा का चेहरा देखते हुए नहीं लग रहा था कि वो मेरी बात से सहमत है.
मैं उससे बोला- तुम कपड़े पहन लो, मैं नीचे जा रहा हूँ.
जैसे ही मैं मुड़ा तो पीछे से शिल्पा आ गई. उसने मुझे अपनी तरफ मोड़ कर मेरे होंठों पर अपने होंठों को रख दिया और मुझे चूमने लगी.
मैंने थोड़ा नाटक करते हुए शिल्पा को अलग किया और कहा- शिल्पा ये क्या कर रही हो?
पर शिल्पा बोली- जब तुमने सब देख ही लिया है, तो अब छुपाने से क्या फायदा.
ये कहते हुए वो हॉट न्यूड गर्ल फिर से मुझे होंठों पर चूमने लगी.
मैंने भी ज्यादा नाटक करना सही नहीं समझा कि कहीं बना हुआ काम भी खराब ना हो जाए.
मैं भी उसके होंठों को चूमने लगा.
शिल्पा के साथ पहली बार उसके होंठों को चूमने का अलग ही मजा आ रहा था.
कुछ पल मैं ऐसे ही उसके होंठों को चूमता रहा. फिर मैंने उसके कान को चूमना शुरू किया, जो उसको और भी उत्तेजित कर रहा था.
मेरा हाथ चादर के ऊपर से ही उसके पीछे उसकी गांड पर आ गया. मैं दोनों हाथों से उसकी चूतड़ों को सहला रहा था.
अगले ही पल उसका हाथ मेरी जींस के ऊपर से ही लंड पर आ गया.
शिल्पा मेरे लंड को सहलाने लगी.
उसने मेरी चैन को खोला और लंड को बाहर निकाल लिया. उसके हाथ के छूने से मेरा लंड खड़ा होने लगा था.
मैं भी उसकी लपेटी हुई चादर के ऊपर से ही उसके चूचों को दबाने लगा.
उसको मजा आ रहा था.
मैंने शिल्पा को पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और उसको अपने आगे ले लिया.
उसका मुँह दूसरी तरफ हो गया और पीठ मेरी तरफ थी.
मैंने पीछे से शिल्पा को अपनी बांहों में कस लिया और हाथ को आगे कर लिया.
उसकी चादर को थोड़ा साइड करके मैंने उसकी चूत को जैसे ही छुआ, वैसे ही शिल्पा की प्यारी सी आवाज निकलने लगी ‘ओ … यश …’
मैं उसकी चूत के दाने को रगड़ने लगा जिससे शिल्पा और भी उत्तेजित होने लगी.
मैंने पीछे से चादर को ऊपर किया और उसकी चूतड़ों से खुद को सटा दिया. अपने लंड से उसके नंगे चूतड़ों को सहलाने लगा.
वो भी अपनी गांड को पीछे किए जा रही थी.
मेरा एक हाथ उसकी चूत पर रगड़ रहा था और अब दूसरा हाथ मैंने उसके सीने के ऊपर लिपटी हुई चादर को नीचे कर दिया.
उसके दोनों चुचे साफ दिख रहे थे. इतनी देर से मैं इन चूचों को देख रहा था पर हाथ में लेने में मुझे और भी मजा आ रहा था.
शिल्पा भी मजे में आती जा रही थी. उसकी चूत के साथ साथ उसका बदन भी गर्म होने लगा था.
मैंने उसको फिर से घुमा दिया., अब उसका चेहरा मेरी तरफ था.
मैंने देर न करते हुए उसके चूचों को अपने कब्जे में किया और एक निप्पल को अपने मुँह में ले लिया.
मैं जोर-जोर से उसके दूध को चूसने लगा.
शिल्पा मादक सिसकारियां लेने लगी- अअअअ … यश आआह …
मैं शिल्पा का एक चूचा चूसने के साथ ही दूसरे चूचे को जोर-जोर से दबाए जा रहा था. कभी उसके निप्पल को अपनी दो उंगलियों के बीच में दबा कर हल्के हल्के रगड़ देता था, जिससे शिल्पा को और भी मजा आने लगता.
शिल्पा पहले ही गर्म थी. मेरा हाल भी ऐसा ही था लेकिन तभी शिल्पा ने मुझे एक बात बताई, जिसे सुन कर मेरे हाथ रुक गए.
मैं दंग रह गया.
उसने बताया कि उसने मुझे प्रीत की चुदाई करते हुए देखा है.
मैं एक बार को तो घबरा गया था.
फिर शिल्पा बोली- तुम टेंशन मत लो. मैं किसी को कुछ नहीं बताऊंगी. अभी तुम जो कर रहे हो, उसको पूरा करो.
मैंने अपने कपड़े जल्दी से उतार दिए.
अब मैं भी बिना कपड़ों के हो गया था.
मैंने जल्दी से शिल्पा के बदन से चादर को हटा दिया.
शिल्पा मुझे देख कर अभी भी शर्मा रही थी.
उसका नंगा बदन मस्त सेक्सी लग रहा था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: भाभी की चचेरी बहन - by neerathemall - 20-05-2022, 04:33 PM



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