19-05-2022, 04:32 PM
यह कहानी एक ऐसी औरत की है जो सती सावित्री थी, परंतु एक नाटकीय मोड़ ने उसे कुछ और ही बना दिया। यह कहानी उसी की जुबानी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
Incest मैंने बुआ को चोदा गर्मियों की छुट्टी में।
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