19-05-2022, 03:30 PM
मैंने देखा --
आंटी अपने पति पर तीव्र स्वर में चिल्ला रही थी और गालियां भी दे रही थी। अंकल ने मुझे देखा, उनकी नजरें झुकी और फिर वे कमरे से बाहर हो गए।
आंटी ने मुझे देखा तो मुझे उनकी आंखों में रोष बहुत साफ दिखाई दे रहा था ।मैं उनकी आंखों में जलते हुए अंगारे देख पा रही थी।लेकिन ना समझ के चलते मैं इस झगड़े का मूल कारण समझ पाने में असमर्थ थी।
"आंटी क्या बात है? "
मैंने पूछा --
"और दीदी यहां क्यों आई थी?"
"तुम इस समय अपने कमरे में चली जाओ!अच्छा होगा,तुम्हारे लिए!"
आंटी के शब्दों में अंगारे दहक रहे थे।
मैंने प्रतिरोध करने की कोशिश की --"लेकिन कुछ बताइए तो सही!"
"जाकर अपनी रंडी बहन से पूछो और यहां से चली जाओ!प्लीज!"
आंटी ने चिल्लाते हुए कहा।
और मैं तेज़ी से भाग आई....
आंटी अपने पति पर तीव्र स्वर में चिल्ला रही थी और गालियां भी दे रही थी। अंकल ने मुझे देखा, उनकी नजरें झुकी और फिर वे कमरे से बाहर हो गए।
आंटी ने मुझे देखा तो मुझे उनकी आंखों में रोष बहुत साफ दिखाई दे रहा था ।मैं उनकी आंखों में जलते हुए अंगारे देख पा रही थी।लेकिन ना समझ के चलते मैं इस झगड़े का मूल कारण समझ पाने में असमर्थ थी।
"आंटी क्या बात है? "
मैंने पूछा --
"और दीदी यहां क्यों आई थी?"
"तुम इस समय अपने कमरे में चली जाओ!अच्छा होगा,तुम्हारे लिए!"
आंटी के शब्दों में अंगारे दहक रहे थे।
मैंने प्रतिरोध करने की कोशिश की --"लेकिन कुछ बताइए तो सही!"
"जाकर अपनी रंडी बहन से पूछो और यहां से चली जाओ!प्लीज!"
आंटी ने चिल्लाते हुए कहा।
और मैं तेज़ी से भाग आई....
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.