17-05-2022, 04:26 PM
उसके बाद वो अपना लण्ड मेरे चूत पे रखे और घुसा दिए, मैंने कहा घुसाओ ना जी चूत के अंदर वो बोले पूरा चला गया है. अब आप भी बताओ मैं क्या करती, और वो दो मिनट में बाहर निकाल कर बोले हो गया आज के लिए. मैं तो जल भून कर राख हो गई. मैंने कहा ये क्या है. मर्द हो की नहीं, उन्होंने कहा मर्द भी औरत भी हु. साला ये आदमी तो पागल निकला, अब मैं करती क्या. उनका उम्र भी थोड़ा ज्यादा हो रहा था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
