17-05-2022, 04:26 PM
निप्पल को दांत से काट रहे थे थोड़ा थोड़ा दर्द भी हो रहा था. पर मजा भी बहुत आ रहा था और मैं लेट गई और वो मेरे पेटीकोट को ऊपर कर दिए और पेंटी खोल कर मेरे चूत के झांटो से खेलने लगे. वो उँगलियाँ फ़िर रहे थे मुझे गुस्सा आ रहा था फिर उन्होंने पूछा की क्या मैं चूत में ऊँगली डाल दू. अब बताओ दोस्तों मुझे कैसा लगा होगा, मुझे लगा की मादरचोद को एक लात मारू की पलंग से निचे गिरे. पर मैंने काबू रखी अपने आप पर और उन्हने मेरे चूत में उँगलियाँ डालने लगे, मेरा चूत पानी पानी होने लगा, मेरे दांत आपस में बजने लगे, मुझे लण्ड चाहिए था. मैंने उनको अपने ऊपर किया और पजामा और अंडरवियर खोल दी. लण्ड देखकर हैरान रह गई. पतला सा छोटा सा, मेरी ऊँगली की तरह, ओह्ह्ह मेरे भगवान् ये क्या किया मेरे साथ. इतना बड़ा जुर्म.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
