17-05-2022, 04:14 PM
मैंने ऋतु की चूत को सहला सहला कर उसे आराम दिला रहा था। ऋतु को आराम मिल रहा था। मैंने फिर से अपना लौड़ा ऋतु की चूत में घुसाने को ऋतु की चूत के छेद पर लगा दिया। ऋतु बहुत डर रही थी। उसने कहा भैया अभी फिर खून निकलेगा। अब ना डालो अंदर नहीं तो बहुत दर्द होगा। मैंने पास के कपडे से उसकी चूत पर लगा खून और अपने लौड़े पर लगा खून साफ़ किया। खून को साफ़ करते ही एक बार फिर से ऋतु की चूत निखर कर सामने आ गई। मैंने अपना लौड़ा आराम से ऋतु की चूत में घुसाने लगा। ऋतु सी..सी..सी.कर रही थी। मैंने फिर से जोर से धक्का मार कर अपने लौड़े को ऋतु की चूत में घुसा दिया।
ऋतु की चूत फिर से फट गई। ऋतु फिर से आआआअह्हह्हह…ईईईईईईई… ओह्ह्ह्हह्ह….अई…अई..अई…अई…मम्मी….” की आवाज निकाल दी। मैंने अब धीऱे धीऱे से ऋतु को चोदना शुरू किया। ऋतु की आवाज धीऱे धीऱे कम हो गई। मैंने फिर से ऋतु को जोर जोर से चोदने लगा। ऋतु को भी अब चुदवाने में मजा आ रहा था। मैंने अपना लौड़ा जड़ तक ऋतु की चूत में पेलने लगा। ऋतु बजी अब अपनी कमर उठा उठा कर चुदवाने लगी। ऋतु अब मेरा साथ देने लगी। मैंने ऋतु को उठाया। ऋतु को मैंने झुकाकर उसकी चूत में अपना लौड़ा घुसा दिया। ऋतु को भी अब चुदवाने का आंनद प्राप्त हो रहा था।
ऋतु की चूत फिर से फट गई। ऋतु फिर से आआआअह्हह्हह…ईईईईईईई… ओह्ह्ह्हह्ह….अई…अई..अई…अई…मम्मी….” की आवाज निकाल दी। मैंने अब धीऱे धीऱे से ऋतु को चोदना शुरू किया। ऋतु की आवाज धीऱे धीऱे कम हो गई। मैंने फिर से ऋतु को जोर जोर से चोदने लगा। ऋतु को भी अब चुदवाने में मजा आ रहा था। मैंने अपना लौड़ा जड़ तक ऋतु की चूत में पेलने लगा। ऋतु बजी अब अपनी कमर उठा उठा कर चुदवाने लगी। ऋतु अब मेरा साथ देने लगी। मैंने ऋतु को उठाया। ऋतु को मैंने झुकाकर उसकी चूत में अपना लौड़ा घुसा दिया। ऋतु को भी अब चुदवाने का आंनद प्राप्त हो रहा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
