17-05-2022, 04:10 PM
मैंने कहा-“चलो आज मै तुम्हे सिखाता हूँ”
इतना कहकर मैंने अपना फ़ोन निकाला और उसमें मैंने ब्लू फिल्म डाउनलोड की। हम दोनों लेट कर ब्लू फिल्म देखने लगे। ऋतु ब्लू फिल्म देखकर गर्म हो रही थी। मैं भी ऋतु की टांगों पर टांग रखकर ब्लू फिल्म देख रहा था। मै अपना लंड उसकी गांड में लगा रहा था।
ऋतु-“भैया कुछ चुभ रहा है”
मैंने कहा-“पगली वो मेरा लंड है जो अब खड़ा हो गया है। जिससे चोदा जाता है”
ऋतु और मैंने तीन चार ब्लू फिल्म देखी। ऋतु की गांड में अपना लौड़ा मै चुभा रहा था।
ऋतू-“भैया मुझे आपका लंड देखना है”
मैंने कहा-“देखना क्या है ले लो जी भर कर खेल लो उसके साथ” मैंने इतना कहकर अपना कच्छा निकाल दिया।
मेरा बड़ा मोटा लंड देखकर ऋतु न्र कहा-“भैया कितना बड़ा और मोटा लंड है आपका। मेरी चूत तो अभी छोटी है”
मैंने कहा-“चूत छोटी है या बड़ी लंड घुसने के बाद पता चलता है। तू मुझसे एक ही साल तो छोटी है। तुम्हारी चूत भी अब बड़ी हो गई है। मैंने ऋतु को अपने से चिपका लिया। चिपका कर ऋतु को मैं किस करने लगा। मैंने ऋतु की गुलाब जैसी होंठ को चूसने लगा। ऋतु भी मेरे होंठ को चूसने लगी। मैंने ऋतु की होंठ को बारी बारी से ऊपर नीचे चूस कर काट रहा था।
इतना कहकर मैंने अपना फ़ोन निकाला और उसमें मैंने ब्लू फिल्म डाउनलोड की। हम दोनों लेट कर ब्लू फिल्म देखने लगे। ऋतु ब्लू फिल्म देखकर गर्म हो रही थी। मैं भी ऋतु की टांगों पर टांग रखकर ब्लू फिल्म देख रहा था। मै अपना लंड उसकी गांड में लगा रहा था।
ऋतु-“भैया कुछ चुभ रहा है”
मैंने कहा-“पगली वो मेरा लंड है जो अब खड़ा हो गया है। जिससे चोदा जाता है”
ऋतु और मैंने तीन चार ब्लू फिल्म देखी। ऋतु की गांड में अपना लौड़ा मै चुभा रहा था।
ऋतू-“भैया मुझे आपका लंड देखना है”
मैंने कहा-“देखना क्या है ले लो जी भर कर खेल लो उसके साथ” मैंने इतना कहकर अपना कच्छा निकाल दिया।
मेरा बड़ा मोटा लंड देखकर ऋतु न्र कहा-“भैया कितना बड़ा और मोटा लंड है आपका। मेरी चूत तो अभी छोटी है”
मैंने कहा-“चूत छोटी है या बड़ी लंड घुसने के बाद पता चलता है। तू मुझसे एक ही साल तो छोटी है। तुम्हारी चूत भी अब बड़ी हो गई है। मैंने ऋतु को अपने से चिपका लिया। चिपका कर ऋतु को मैं किस करने लगा। मैंने ऋतु की गुलाब जैसी होंठ को चूसने लगा। ऋतु भी मेरे होंठ को चूसने लगी। मैंने ऋतु की होंठ को बारी बारी से ऊपर नीचे चूस कर काट रहा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
