17-05-2022, 04:10 PM
मै-“हाँ लेकिन कैसे हो सकता है ये सब” इतना कहकर मै ऋतु के ऊपर से हट गया।
ऋतु को मेरा हटना बुरा लग रहा था। शायद अब ऋतु का भी मन चुदने को कर रहा था। मैंने ऋतु को छोड़कर बिस्तर पर जाकर बैठ गया। ऋतु भी कुछ देर बाद बिस्तर पर आकर बैठ गई। हम एक दूसरे से कुछ बोल ही नहीं पा रहे थे। ऋतु की आँखे बता रही थी। की वो भी आज चुदना चाहती है।
मैंने ऋतु से कहा-“ऋतु क्या मैं जो सोच रहा हूँ। वही तुम भी सोच रही हो”
ऋतु-“हाँ लेकिन आप करोगे”
मै तो ख़ुशी से पागल हो गया।
मैंने ऋतु के पास जाकर कान में बोला-“चलो फिर शुरू करते हैं” आज हम लोग दूसरा खेल खेलेंगे।
ऋतु ने बहुत उत्तेजित होकर हाँ बोला।
मैंने ऋतु से पूंछा-“तुमने कभी सेक्स किया है”
ऋतु ने कहा-“नहीं किया है कभी तक इसीलिए तो सीखना चाहती हूँ”
ऋतु को मेरा हटना बुरा लग रहा था। शायद अब ऋतु का भी मन चुदने को कर रहा था। मैंने ऋतु को छोड़कर बिस्तर पर जाकर बैठ गया। ऋतु भी कुछ देर बाद बिस्तर पर आकर बैठ गई। हम एक दूसरे से कुछ बोल ही नहीं पा रहे थे। ऋतु की आँखे बता रही थी। की वो भी आज चुदना चाहती है।
मैंने ऋतु से कहा-“ऋतु क्या मैं जो सोच रहा हूँ। वही तुम भी सोच रही हो”
ऋतु-“हाँ लेकिन आप करोगे”
मै तो ख़ुशी से पागल हो गया।
मैंने ऋतु के पास जाकर कान में बोला-“चलो फिर शुरू करते हैं” आज हम लोग दूसरा खेल खेलेंगे।
ऋतु ने बहुत उत्तेजित होकर हाँ बोला।
मैंने ऋतु से पूंछा-“तुमने कभी सेक्स किया है”
ऋतु ने कहा-“नहीं किया है कभी तक इसीलिए तो सीखना चाहती हूँ”
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
