17-05-2022, 04:09 PM
ऋतु-“भैया आप नीचे उतरो मुझे बहुत अजीब सा लग रहा है”
मैं-“कैसा लग रहा है” मैंने ऋतु से पूंछा।
ऋतु-“पहली बार ऐसा लग रहा है”
मै -“मुझे भी बड़ा अजीब लग रहा है”
ऋतु-“तुम्हारा मन भी कुछ करने को कह रहा है”
मैं-“कैसा लग रहा है” मैंने ऋतु से पूंछा।
ऋतु-“पहली बार ऐसा लग रहा है”
मै -“मुझे भी बड़ा अजीब लग रहा है”
ऋतु-“तुम्हारा मन भी कुछ करने को कह रहा है”
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
