17-05-2022, 04:08 PM
मैंने बहन को चोदने का पूरा प्लान बना लिया। एक दिन मम्मी मौसी के यहाँ चली गई। मैं और ऋतु ही घर पर थे। ऋतु ने शाम को खाना बनाया। हमे खाना खाया। आज ऋतु बहुत ही गजब की माल लग रही थी। मेरा लंड आज तो बैठने का नाम ही नहीं ले रहा था। रात के 8 बज रहे थे। ऋतु और हम दोनों एक दूसरे के ऊपर तकिया फेंक कर खेल रहे थे। मैंने ऋतु के ऊपर तकिया फेंका। जब ऋतु ने मेरे ऊपर फेंका तो मैंने ऋतु को पकड़ लिया। ऋतु ने आज स्कर्ट और टॉप पहना था। मैं ऋतु के ऊपर लेट कर ऋतु को पकड़ लिया। ऋतु और मै एक दूसरे के आँखों में देख रहे थे। मेरी नजर ऋतु की चुच्चे पर थी। ऋतु मेरी नियत को समझ रही थीं। मै ऋतु को कस कर दबाये पकडे था। ऋतु कोई भी प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त कर रही थी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
