17-05-2022, 03:46 PM
फिर मे थोड़े दिन उपर ही नहीं गया ओर अचानक ही कुछ दिन बाद मे उपर जाके बैठा था तो वो आ गयी ओर इधर उधर की बाते करने लगी उतने मे पापा ने आवाज़ लगाई तो मे वहा पर गया जब वापस आया तो वो मेरे बेड पे आके सो गयी तो मेरी भी हिम्मत बढ़ गयी ओर मे जाके उसके पास ही सो गया क्या बताऊँ दोस्तों वो उसकी वो गजब की सुन्दर लग रही थी,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
