17-05-2022, 02:19 PM
और सच तो बात ये भी है दोस्तों की ऐसा मौक़ा भी बार बार नहीं मिलता है। घर में कोई नहीं और चुदने का मन कर जाय और चोदने वाला भी साथ हो. मैं भी साथ देने लगी मैं भी अपने भाई का बाल पकड़ कर उसके होठ को चूसने लगी।
वो अपना हाथ धीरे धीरे मेरी चूचियों पर सहलाने लगा अब मैं पागल होने लगी ये एहसास पहली बार हो रहा था तो पुरे शरीर में आग सी लग गई थी। मैं मदहोश होने लगी। भाई ने अपने सारे कपडे उतार दिए। क्या बताऊँ दोस्तों जैसा की मैं एक तो एडल्ट मूवी में देखि वैसा ही लौड़ा खड़ा और कडा था। देख कर ऐसा लगा की आज मेरी चूत का सत्यानाश हो जायेगा। डर भी लग रहा था क्या मैं इतने मोटे लौड़े को सह पाऊँगी ये सब सोचकर मेरे होश उड़ रहे थे।
वो अपना हाथ धीरे धीरे मेरी चूचियों पर सहलाने लगा अब मैं पागल होने लगी ये एहसास पहली बार हो रहा था तो पुरे शरीर में आग सी लग गई थी। मैं मदहोश होने लगी। भाई ने अपने सारे कपडे उतार दिए। क्या बताऊँ दोस्तों जैसा की मैं एक तो एडल्ट मूवी में देखि वैसा ही लौड़ा खड़ा और कडा था। देख कर ऐसा लगा की आज मेरी चूत का सत्यानाश हो जायेगा। डर भी लग रहा था क्या मैं इतने मोटे लौड़े को सह पाऊँगी ये सब सोचकर मेरे होश उड़ रहे थे।
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
