17-05-2022, 01:50 PM
फिर एक दिन ऐसा आया की लॉक डाउन आगे बढ़ गया हम दोनों काफी उदास हो गए यहाँ तक की मैं रोकने लगी मुझे अब अच्छा नहीं लगा मुझे माँ पापा की बहुत याद आने लगी। पर मेरा भाई वही से अपनी भावनाओ में ले लिए उसने मुझे गले लगाया शांत्वना देने। पर मेरी बड़ी बड़ी टाइट और गोल गोल चूचियां जब उसके सीने से लगा तो वो बैचेन हो गया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
