17-05-2022, 12:49 PM
मैं कराह उठी। मैं दर्द से छटपटा गयी। मैं जन्नत में थी मजे लेने लगी। वो आगे पीछे अपने गांड को करने लगा और पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में जाने लगा। ओह्ह्ह्ह मजा आ रहा था। गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी वो जोर जोर से पेलने लगा।
वो मेरी दोनों चूचियों को मसल रहा था कभी होठ चूसता कभी मेरी मुँह में अपना जीभ डालता। मैं उसके अपने ऊपर तैरते देखकर मजे लेने लगी। निचे से मैं धक्का देती ऊपर से वो धक्के देता। हम दोनों भाई बहन एक दूसरे को चुदाई में खुश कर रहे थे।
वो मेरी दोनों चूचियों को मसल रहा था कभी होठ चूसता कभी मेरी मुँह में अपना जीभ डालता। मैं उसके अपने ऊपर तैरते देखकर मजे लेने लगी। निचे से मैं धक्का देती ऊपर से वो धक्के देता। हम दोनों भाई बहन एक दूसरे को चुदाई में खुश कर रहे थे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
