17-05-2022, 12:49 PM
मैं तो रहा नहीं जा रहा था चूत की गर्मी बढ़ गए थी साँसे मेरी तेज हो गयी थी। अब रुके नहीं रुक पा रही थी मुझे अब लंड चाहिए थे। तो मैं बोली अब देर मत कर मैं तड़प रही थी। वो तुरंत ही निचे गया दोनों टांगो को अलग अलग किया। और अपना लंड मेरी चुत की मुँह पर लगाया और जोर से पेल दिया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
