17-05-2022, 12:15 PM
हम चारो दिल्ली में रहते हैं जिसमे मैं और आमना दोनों दिन में रहते है और भैया और भाभी दोनों रात को ही आते हैं काम करके। मेरे ऊपर वाले फ्लोर पर एक भैया अकेले रहते हैं। उनकी पत्नी भी है पर वो गाँव गई है शादी के चार महीने ही हुए है उनके। उनकी पत्नी प्रेग्नेंट हो गई तो वो गाँव चली गई। जब उनकी पत्नी यहाँ थी तभी से हम लोग उनके यहाँ आना जाना करते थे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
