13-05-2022, 05:27 PM
शिल्पा बोली- हां तो बोलती, पर पहले उसका व्यवहार देखती.
मैं बोला- चलो तुम जब तक घर पर थी, तो घर वाली दिक्कत थी, पर अब तो घर से बाहर रहते हुए एक साल से ज्यादा हो गए हैं.
इस बार वह बोली- हां मगर अभी कोई मिला नहीं.
मैंने कहा- मिला नहीं या ध्यान नहीं दिया?
तो शिल्पा थोड़ी देर चुप होकर बोली- अच्छा, आपको कसम है. मैं आपको एक बात बताती हूँ कि मेरा बॉयफ्रेंड है … पर आप किसी को मत बताना.
मैंने कहा- ठीक है. एक बात बताऊं, मुझे पता था कि तुम्हारा बॉयफ्रेंड है, पर मैंने इसलिए नहीं बोला कि तुमको कोई परेशानी ना हो.
शिल्पा बोली- तुमको कैसे पता चला?
मैं बोला- जब हम रूम में सफाई कर रहे थे, तब … और बहुत बार मैंने तुमको कॉल पर बात करते हुए देखा है.
शिल्पा बोली- हम्म … तो मुझ पर बड़ी नजर रख रहे हो.
मैंने कहा- नजर नहीं यार, बस ऐसे ही!
वो कुछ नहीं बोली.
फिर मैंने ही पूछा कि तुम दोनों को कितना टाइम हो गया?
शिल्पा बोली- अभी एक साल होने वाला होगा.
मैंने ओके कहा.
फिर शिल्पा बोली- तुम्हारी कोई गर्लफ्रैंड है?
मैंने बोला- पहले थी, पर अभी तो कोई नहीं है.
वो मेरी तरफ हैरानी से देखने लगी- ऐसा लगता तो नहीं है.
मैंने उसकी बात को नजरअंदाज करते हुए पूछा- तुम अपने बॉयफ्रेंड के साथ कभी डेट पर गई हो … यदि हां तो कहां गई हो?
शिल्पा बोली- मैं अपने बीएफ के साथ अब तक 4 बार वाराणसी गई हूँ.
मैंने हंस कर कहा- अरे वाह … तुमने तो उसके साथ गंगा जी में डुबकी भी लगा ली?
वो भी हंस दी- नहीं यार!
फिर मैं बोला कि अगर मैं कभी तुम्हारे गांव आया, तो मेरे साथ घूमने चलोगी?
शिल्पा बोली- हां चलूंगी … पर ये सब बातें दीदी को मत बताना ओके.
मैंने कहा- ठीक है.
इस तरह से हम दोनों ने एक घंटा तक बातें की और उसके बाद सो गए.
सुबह करीब 9 बजे शिल्पा आ गई थी.
उसने मुझे उठाया और जैसे कि वो हर सुबह मेरे लोवर में मेरा खड़ा लंड देखती थी तो लंड देखने लगी.
मेरी हल्की सी आंखें खुली हुई थीं.
उसके जगाने पर मैंने उससे कहा- अभी तो टाइम है यार … सोने दो न!
शिल्पा बोली- आज तुमको जीजू के साथ कहीं जाना है, तो दीदी ने कहा है कि तुम्हें जल्दी उठा दूँ.
मैंने आंखें खोलीं और उसे देख कर कहा- वाह, सुबह सुबह से सुन्दरी के दर्शन हो जाना कितना अच्छा लगता है.
सच में वो आज और भी ज्यादा मस्त लग रही थी. उसने हरे रंग का सूट पहना हुआ था जो कि बिल्कुल टाइट था.
उसकी कुर्ती से उसके मम्मे बड़े मस्त दिख रहे थे.
शिल्पा ने बाल भी खुले हुए रखे थे.
मेरी बात सुनकर वो थैंक्स बोल कर जैसे ही पीछे को मुड़ी, उसकी टाईट गांड को देख कर मैं अपना लंड सहलाने लगा.
लंड को सहलाते हुए शिल्पा ने मुझे बहुत बार देखा है, उसने आज भी मुझे ऐसा करते हुए देख लिया था.
फिर मैंने नहा कर नाश्ता किया और भैया के साथ निकल गया.
वहां से आते हुए दोपहर हो गई पर भैया को कहीं और जगह भी जाना था तो उन्होंने मुझे घर पर छोड़ दिया.
मैंने घर की बेल बजाई तो थोड़ी देर में भाभी के पापा आ गए. उनसे ज्यादा बात तो नहीं हुई, बस नमस्ते करके मैं अन्दर आ गया.
मैंने पानी पिया और चारों तरफ देखा, कोई दिख नहीं रहा था. फिर मैं ऊपर आ गया.
मैं कमरे का दरवाजा खोलने लगा तो देखा कि अन्दर से लॉक किया हुआ है. अगले ही पल मुझे कुछ आवाजें आने लगीं. मुझे थोड़ा सा शक हुआ कि कहीं अन्दर निशा तो नहीं है.
मैंने निशा को कॉल किया और उससे पूछा- कहां हो?
वो बोली- हम सब तो पूजा के लिए पास वाले मंदिर गए हैं, घर पर पापा और शिल्पा हैं.
उससे बात करके मैं समझ गया कि शिल्पा ही अन्दर है.
मैंने निशा से कहा- यार रूम लॉक है … मुझे कुछ सामान चाहिए था.
मैं बोला- चलो तुम जब तक घर पर थी, तो घर वाली दिक्कत थी, पर अब तो घर से बाहर रहते हुए एक साल से ज्यादा हो गए हैं.
इस बार वह बोली- हां मगर अभी कोई मिला नहीं.
मैंने कहा- मिला नहीं या ध्यान नहीं दिया?
तो शिल्पा थोड़ी देर चुप होकर बोली- अच्छा, आपको कसम है. मैं आपको एक बात बताती हूँ कि मेरा बॉयफ्रेंड है … पर आप किसी को मत बताना.
मैंने कहा- ठीक है. एक बात बताऊं, मुझे पता था कि तुम्हारा बॉयफ्रेंड है, पर मैंने इसलिए नहीं बोला कि तुमको कोई परेशानी ना हो.
शिल्पा बोली- तुमको कैसे पता चला?
मैं बोला- जब हम रूम में सफाई कर रहे थे, तब … और बहुत बार मैंने तुमको कॉल पर बात करते हुए देखा है.
शिल्पा बोली- हम्म … तो मुझ पर बड़ी नजर रख रहे हो.
मैंने कहा- नजर नहीं यार, बस ऐसे ही!
वो कुछ नहीं बोली.
फिर मैंने ही पूछा कि तुम दोनों को कितना टाइम हो गया?
शिल्पा बोली- अभी एक साल होने वाला होगा.
मैंने ओके कहा.
फिर शिल्पा बोली- तुम्हारी कोई गर्लफ्रैंड है?
मैंने बोला- पहले थी, पर अभी तो कोई नहीं है.
वो मेरी तरफ हैरानी से देखने लगी- ऐसा लगता तो नहीं है.
मैंने उसकी बात को नजरअंदाज करते हुए पूछा- तुम अपने बॉयफ्रेंड के साथ कभी डेट पर गई हो … यदि हां तो कहां गई हो?
शिल्पा बोली- मैं अपने बीएफ के साथ अब तक 4 बार वाराणसी गई हूँ.
मैंने हंस कर कहा- अरे वाह … तुमने तो उसके साथ गंगा जी में डुबकी भी लगा ली?
वो भी हंस दी- नहीं यार!
फिर मैं बोला कि अगर मैं कभी तुम्हारे गांव आया, तो मेरे साथ घूमने चलोगी?
शिल्पा बोली- हां चलूंगी … पर ये सब बातें दीदी को मत बताना ओके.
मैंने कहा- ठीक है.
इस तरह से हम दोनों ने एक घंटा तक बातें की और उसके बाद सो गए.
सुबह करीब 9 बजे शिल्पा आ गई थी.
उसने मुझे उठाया और जैसे कि वो हर सुबह मेरे लोवर में मेरा खड़ा लंड देखती थी तो लंड देखने लगी.
मेरी हल्की सी आंखें खुली हुई थीं.
उसके जगाने पर मैंने उससे कहा- अभी तो टाइम है यार … सोने दो न!
शिल्पा बोली- आज तुमको जीजू के साथ कहीं जाना है, तो दीदी ने कहा है कि तुम्हें जल्दी उठा दूँ.
मैंने आंखें खोलीं और उसे देख कर कहा- वाह, सुबह सुबह से सुन्दरी के दर्शन हो जाना कितना अच्छा लगता है.
सच में वो आज और भी ज्यादा मस्त लग रही थी. उसने हरे रंग का सूट पहना हुआ था जो कि बिल्कुल टाइट था.
उसकी कुर्ती से उसके मम्मे बड़े मस्त दिख रहे थे.
शिल्पा ने बाल भी खुले हुए रखे थे.
मेरी बात सुनकर वो थैंक्स बोल कर जैसे ही पीछे को मुड़ी, उसकी टाईट गांड को देख कर मैं अपना लंड सहलाने लगा.
लंड को सहलाते हुए शिल्पा ने मुझे बहुत बार देखा है, उसने आज भी मुझे ऐसा करते हुए देख लिया था.
फिर मैंने नहा कर नाश्ता किया और भैया के साथ निकल गया.
वहां से आते हुए दोपहर हो गई पर भैया को कहीं और जगह भी जाना था तो उन्होंने मुझे घर पर छोड़ दिया.
मैंने घर की बेल बजाई तो थोड़ी देर में भाभी के पापा आ गए. उनसे ज्यादा बात तो नहीं हुई, बस नमस्ते करके मैं अन्दर आ गया.
मैंने पानी पिया और चारों तरफ देखा, कोई दिख नहीं रहा था. फिर मैं ऊपर आ गया.
मैं कमरे का दरवाजा खोलने लगा तो देखा कि अन्दर से लॉक किया हुआ है. अगले ही पल मुझे कुछ आवाजें आने लगीं. मुझे थोड़ा सा शक हुआ कि कहीं अन्दर निशा तो नहीं है.
मैंने निशा को कॉल किया और उससे पूछा- कहां हो?
वो बोली- हम सब तो पूजा के लिए पास वाले मंदिर गए हैं, घर पर पापा और शिल्पा हैं.
उससे बात करके मैं समझ गया कि शिल्पा ही अन्दर है.
मैंने निशा से कहा- यार रूम लॉक है … मुझे कुछ सामान चाहिए था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.