13-05-2022, 04:33 PM
मैंने दीदी की चूचियों पर हाथ रख दिया और चूचियों को दबाने लगा… दीदी को भी मजा आ रहा था पर वो पहले झिझक रही थी. पर मैं चूचियों को जोर जोर से दबाने लगा .. जिससे उनका विरोध भी ख़तम होने लगा. मैं दीदी को किश करने लगा और एक हाथ से उनके चुत्तड़ो को मसलने लगा.. आअह्ह्ह्हह उउउउउउउ भाई … की आवाजे आने लगी… मैंने दीदी की टीशर्ट उतार दीं.. अब उनके तरबूज हवा में उछल रहे थे. बहुत ही बड़े बड़े तने हुए आम थे. मैं एक चूची की निप्पल को चूस रहा था और दूसरी चूची को जोर जोर से दबा रहा था.. फिर मैं दूसरी चूची को चूसने लगा… अह्ह्ह्हह उईईईईई भाई.. और दबा … चूस ले इन्हे….
मैंने दीदी की लेग्गिंग उतार दीं और पैंटी भी. अब दीदी की पावरोटी जैसी फूली हुई चुत नंगी मेरे आँखों के सामने थी. मैं बूर को चूसने लगा… दीदी की आँहो की आवाज गुजने लगी.
मैंने दीदी की लेग्गिंग उतार दीं और पैंटी भी. अब दीदी की पावरोटी जैसी फूली हुई चुत नंगी मेरे आँखों के सामने थी. मैं बूर को चूसने लगा… दीदी की आँहो की आवाज गुजने लगी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.