13-05-2022, 04:11 PM
मैं: क्या दीदी नींद नहीं आ रही है क्या
दीदी: हाँ भाई…चलो कोई मूवी देखते है
फिर हमदोनो मूवी देखने लगे. मेरा पूरा ध्यान दीदी की हिलती हुई बड़ी बड़ी चूचियों पर था. जब वो थोड़ा झुकती तो उनका क्लीवेज दिखने लगता.
मैं: दीदी एक बात पुछु
दीदी: पूछ ना भाई
मैं: दीदी आपका डाइवोर्स क्यू हुआ
दीदी: क्या बताओ भाई… तेरा जीजाजी का किसी और के साथ चक्कर चल रहा था.. इसलिए मैंने छोड़ दिया उन्हें
मैं: ओह्ह्ह्ह … आप जैसी सुन्दर और सेक्सी बीवी की रहते बाहर चक्कर… ये बात समझ में नहीं आयी
दीदी: क्या पता अजय … वो बाहर जाकर दूसरी लड़की चोदता था और मुझे हाथ भी नहीं लगाता था.. उसको दुसरो के चूचियां और गांड ज्यादा पसंद आती थी.
मैं दीदी के मुंह से चुदाई की बात सुन कर दंग रह गया. मैं दीदी को ऊपर से निचे तक देखा और सोचने लगा… कौन ऐसी बीवी को नहीं चोदेगा
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.