13-05-2022, 11:56 AM
गोरी गोरी भरपूर जांघें देख कर मेरा लंड ओर ज़्यादा तन गया. दो जांघें और उँची मोन्स के बीच खड्धा सा हो गया था जिस के तल में था मौसी का सब से रसिला अंग, उस की भोस. जब जांघें इकठ्त्ती रख ती थी तब भोस का थोड़ा हिस्सा ही दिखाई दे रहा था. मैने जांघें चौड़ी करना ट्राय किया लेकिन नाकामयाब रहा. शर्म से सुलू ने जांघें सटी रक्खी, खोल ने नहीं दी.
मैने कहा : मौसी, तू पूर्वी को फ़्रेंच किस सीखा.
सुलू ने तुरंत अपना मुँह पूर्वी के मुँह से लगा दिया. वो दोनो किस कर ती रही और मैं हाथ से जांघें सहलाते हुए स्तन पर चुंबन कर ने लगा. थोडी देर तक नीपल्स भी चूसी. होले होले मैं उस के पेट पर और पेट पर से जाँघ पर चुंबन कर ने लगा. उस को गुदगुदी होने लगी और जाँघ की पकड़ नर्म पड़ी. अब मेरा हाथ दो जाँघ बीच जा सका. मैने होले से जांघें चौड़ी की, इस बार उस ने विरोध किया नहीं. बाद में उस ने ख़ुद पाँव उपर उठा लिए
एक्सात्मेंट से सुजे हुए बड़े होठ वाली सुलू की भोस काम रस से गीली गीली हुई थी. गुलाबी रंग के कोमल छोटे होठ सूज कर दरार से बाहर निकल आए थे. तीन इंच लंबी दरार के अगले कोने में उस की तटर क्लैटोरिस थी, क्लैटोरिस एक इंच लंबी होगी. मोटी क्लैटोरिस का मत्था छोटी सी चेरी जैसा था और काम रस से चमक रहा था. मोन्स पर और बड़े होठ के बाहरी भाग पर काले घुंघराले झांट थे जो उस ने काट रक्खे थे. भोस से ख़ुश्बू आ रही थी. जैसे मेने भोस पर चुंबन किया, सुलू कूद पड़ी, बाल पकड़ का मेरा सर हटा दिया.
मैने कहा : मौसी, तू पूर्वी को फ़्रेंच किस सीखा.
सुलू ने तुरंत अपना मुँह पूर्वी के मुँह से लगा दिया. वो दोनो किस कर ती रही और मैं हाथ से जांघें सहलाते हुए स्तन पर चुंबन कर ने लगा. थोडी देर तक नीपल्स भी चूसी. होले होले मैं उस के पेट पर और पेट पर से जाँघ पर चुंबन कर ने लगा. उस को गुदगुदी होने लगी और जाँघ की पकड़ नर्म पड़ी. अब मेरा हाथ दो जाँघ बीच जा सका. मैने होले से जांघें चौड़ी की, इस बार उस ने विरोध किया नहीं. बाद में उस ने ख़ुद पाँव उपर उठा लिए
एक्सात्मेंट से सुजे हुए बड़े होठ वाली सुलू की भोस काम रस से गीली गीली हुई थी. गुलाबी रंग के कोमल छोटे होठ सूज कर दरार से बाहर निकल आए थे. तीन इंच लंबी दरार के अगले कोने में उस की तटर क्लैटोरिस थी, क्लैटोरिस एक इंच लंबी होगी. मोटी क्लैटोरिस का मत्था छोटी सी चेरी जैसा था और काम रस से चमक रहा था. मोन्स पर और बड़े होठ के बाहरी भाग पर काले घुंघराले झांट थे जो उस ने काट रक्खे थे. भोस से ख़ुश्बू आ रही थी. जैसे मेने भोस पर चुंबन किया, सुलू कूद पड़ी, बाल पकड़ का मेरा सर हटा दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.