13-05-2022, 11:33 AM
पूर्वी फिर शरमाई और बोली : भैया, कैसी बातें करतें हें आप ? हाँ, वाकई आप का वो ----- .
मैं : वो बो नहीं, साफ़ साफ़ बोल, लंड. बोल ल ---- न्ड.
शर्म से सिमट ती हुई पूर्वी बोली : छी, छी ----- भैया, कँवारी लड़की ऐसा नहीं बोलती. वाकई आप का वो बहुत अच्छा है मेरी भाभी बड़ी ख़ुश-नसीब होगी.
मैं : एक बात बता, सुलू ने तेरे साथ कुछ किया है ?
तब पूर्वी ने बताया की एक बार उन दोनो ने सजतीय संभोग किया था. सुलू ने अपनी भोस पर डिलडो इस्तेमाल किया था लेकिन पूर्वी ने मना कर दिया था. पूर्वी ने ये भी बताया की सुलू मेरी ख़ूब तारीफ़ कर रही थी. पूर्वी की राय थी की सुलू मौसी मुझ से चुदवाने के लिए तैयार थी. हुई ना ये बात ?
मैं ख़ुश हो गया और बोला : पूर्वी, तू उसे बता देना की वो भी मुझे ख़ूब पसंद है और मैं उसे चोद ना चाहता हूँ
शरारती हसते हुए वो बोली : मैं क्यूं बता उन ? मुझे क्या फ़ायदा ?
मैं : फ़ायदा ? चलो तू जो मांगोगी वो दूँगा.
पूर्वी : अच्छा ? जो चाहे सो माँगूँ ?
मैं : माँग के देख तो सही.
पूर्वी : अच्छा तो मांगती हूँ आप और मौसी जब वो करें तब ------ .
मैं : फिर वो वो बोली ? मागना हो तो साफ़ बोल ना पड़ेगा.
पूर्वी : हाँ , आप और मौसी जब चुदाई करें तब मुज़े वहाँ हाज़िर रहेने देना.
मैं : तू क्या करेगी हाज़िर रह कर ?
पूर्वी : मुझे देखना है की मेरे भैया का तगड़ा ------ तगड़ा ------ वो ---- वो ----- लंड मौसी की चूत में आते जाते कैसे चोद ता है
मैं : और देखते देखते तुज़े भी चुदवाने का दिल हो गया तो ?
पूर्वी : तो आप का दूसरा वरदान इस्तेमाल करूंगी.
मैं : दूसरा वरदान ? कौन सा ?
मैं : वो बो नहीं, साफ़ साफ़ बोल, लंड. बोल ल ---- न्ड.
शर्म से सिमट ती हुई पूर्वी बोली : छी, छी ----- भैया, कँवारी लड़की ऐसा नहीं बोलती. वाकई आप का वो बहुत अच्छा है मेरी भाभी बड़ी ख़ुश-नसीब होगी.
मैं : एक बात बता, सुलू ने तेरे साथ कुछ किया है ?
तब पूर्वी ने बताया की एक बार उन दोनो ने सजतीय संभोग किया था. सुलू ने अपनी भोस पर डिलडो इस्तेमाल किया था लेकिन पूर्वी ने मना कर दिया था. पूर्वी ने ये भी बताया की सुलू मेरी ख़ूब तारीफ़ कर रही थी. पूर्वी की राय थी की सुलू मौसी मुझ से चुदवाने के लिए तैयार थी. हुई ना ये बात ?
मैं ख़ुश हो गया और बोला : पूर्वी, तू उसे बता देना की वो भी मुझे ख़ूब पसंद है और मैं उसे चोद ना चाहता हूँ
शरारती हसते हुए वो बोली : मैं क्यूं बता उन ? मुझे क्या फ़ायदा ?
मैं : फ़ायदा ? चलो तू जो मांगोगी वो दूँगा.
पूर्वी : अच्छा ? जो चाहे सो माँगूँ ?
मैं : माँग के देख तो सही.
पूर्वी : अच्छा तो मांगती हूँ आप और मौसी जब वो करें तब ------ .
मैं : फिर वो वो बोली ? मागना हो तो साफ़ बोल ना पड़ेगा.
पूर्वी : हाँ , आप और मौसी जब चुदाई करें तब मुज़े वहाँ हाज़िर रहेने देना.
मैं : तू क्या करेगी हाज़िर रह कर ?
पूर्वी : मुझे देखना है की मेरे भैया का तगड़ा ------ तगड़ा ------ वो ---- वो ----- लंड मौसी की चूत में आते जाते कैसे चोद ता है
मैं : और देखते देखते तुज़े भी चुदवाने का दिल हो गया तो ?
पूर्वी : तो आप का दूसरा वरदान इस्तेमाल करूंगी.
मैं : दूसरा वरदान ? कौन सा ?
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.