12-05-2022, 05:12 PM
अब पति ने मुझे सीधा लिया दिया और मेरी चूत पीने लगे। बारिश के पानी से मेरी चूत पूरी तरफ से गीली हो चुकी थी। दोस्तों, अपनी तारीफ़ करना ठीक नही है, फिर भी मैं कहूँगी की मेरी चूत बहुत सुंदर थी। चूत को मैं रोज शेव करती थी, कभी झाटे नही उगने देती थी। पति बड़ी देर तक मेरी चूत को निहारते रहे और उसका दीदार करते रहे। फिर वो जीभ लगाकर मेरी फुद्दी पीने लगे। दोस्तों जादातर लड़कियों की चूत अंदर की ओर धंसी हुई होती है, पर मेरी चूत तो खूब बड़ी सी थी और बाहर ही तरह उभरी हुई थी। एकदम फूली हुई गुप्पा सी गुलाबी रंग की चूत थी मेरी। और आज भीगकर तो वो और भी सेक्सी और हॉट लग रही थी।पति तो मेरी चूत पर ऐसे टूट पड़े जैसे आजतक उन्होंने किसी जवान लौंडिया का मस्त भोसड़ा देखा ही नही है। मेरी चूत को किसी कुत्ते की तरह चाटने लगे। मुझे पूरे जिस्म पर सनसनी महसूस होने लगी। बड़ा मजा भी आ रहा था। पति मेरी चूत को मुंह में भरकर ऐसे पी रहे थे लग रहा था जैसे खा ही जाएंगे। ये पल मेरी आजतक की जिन्दगी का यादगार पल था क्यूंकि आजतक मैंने पति को बरसात में अपनी फुद्दी नही पिलाई थी। मैंने सर उठाकर अपने भोसड़े ही तरह देखा। पति की आँखें बंद थी और ओठ मेरे भोसड़े पर लगे हुए थे और गहराई से मेरी चूत पी रहे थे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.