12-05-2022, 05:06 PM
जिस बिस्तर पर हम दोनों सुहागरात मना रहे थे उस पर खून ही खून लग गया था। एक घंटे नॉन स्टॉप मेरे पति मुझे बजाते रहे। तब जाकर उनका माल गिरा। दोस्तों मैंने सोचा की चलो आज का काम खत्म हो गया। मैं दूसरी तरफ मुंह करके लेट गयी और आराम करने लगी। मुस्किल से आधा घंटा ही हुआ होगा की पति फिर से गर्म हो गये।
“डार्लिंग……अपनी टाँगे खोलो। फिर से चोदूंगा!!” पति बोले
“सुनिए जी…..क्या आज के लिए इतना काफी नही है। अभी तो आपने पुरे १ घंटा मेरी चूत घिसी है। अब आराम करते है। सुबह मुझे माँ जी के साथ जल्दी उठकर मन्दिर भी जाना है। आप मुझे कल रात जी भरकर चोद खा लेना!!” पति बोले
“डार्लिंग……अपनी टाँगे खोलो। फिर से चोदूंगा!!” पति बोले
“सुनिए जी…..क्या आज के लिए इतना काफी नही है। अभी तो आपने पुरे १ घंटा मेरी चूत घिसी है। अब आराम करते है। सुबह मुझे माँ जी के साथ जल्दी उठकर मन्दिर भी जाना है। आप मुझे कल रात जी भरकर चोद खा लेना!!” पति बोले
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.