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Incest चूत की गर्मी शांत नहीं हुई
#8
फिर चूसने चाटने के बाद उसने एक और ज़ोर का झटका दिया और अपने लौड़ा को मेरी बूर की गहराईयों तक डाल दिया और उस दर्द के मारे मेरी जान निकल रही थी.. लेकिन अब मुझे चुदाई का मज़ा लेना था इसलिए में चुप रही और फिर थोड़ी देर तक वो मेरे चूचियों को दबाता रहा. मेरे ऊपर लेटकर मुझे किस करता रहा और अब उसने धीरे धीरे लौड़ा को अंदर बाहर करना शुरू किया और मुझे किस भी करता रहा और थोड़ी देर में मुझे भी मज़ा आने लगा. तो मैंने अपने पैर से उसकी कमर को जकड़ लिया. अब उसने अपनी स्पीड को बढ़ा लिया और मेरी बूर पर ताबड़तोड़ धक्के देने लगा. दोस्तों में क्या बताऊँ? वो इतना अच्छी तरह मुझे चोदेगा.. मुझे नहीं लगा था. वर्ना में कब से उससे चुदवा चुकी होती और आज उसने मेरी बूर की सील को तोड़कर मुझे एक पूरी औरत बना दिया था. आज में अपनी चुदाई में खोई हुई थी और वो मुझे ज़िंदगी के मज़े दिला रहा था और इधर उसका लौड़ा मेरी बूर में तेज़ी से अंदर बाहर हो रहा था और में भी अपनी गांड हिला हिलाकर उसका साथ दे रही थी. तो मेरे मुहं से सिसकियां निकल रही थी और में बोले जा रही थी कि हाँ भाई और कस कसकर हाँ और ज़ोर से चोदो मुझे और तेज़ और तेज़. तो थोड़ी देर की चुदाई के बाद ही उसने कहा कि में झड़ने वाला हूँ.. लेकिन मेरी प्यास अभी भी बुझी नहीं थी तो में थोड़ी उदास हुई.. लेकिन मैंने कहा कि मेरे चूचियों पर अपनी क्रीम गिराओ. तो उसने अपना सारा क्रीम मेरे चूचियों पर गिराया और फिर मैंने उसके लौड़ा को अपने मुहं में ले लिया और चूसना शुरू किया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: चूत की गर्मी शांत नहीं हुई - by neerathemall - 12-05-2022, 05:01 PM



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