12-05-2022, 05:00 PM
फिर वो अपने लौड़ा को मेरी बूर पर रगड़ने लगा और अब आखिरकार वो पल आ ही गया जब उसने अपना लौड़ा को मेरी बूर के छेद पर रखा.. मेरी कमर को पकड़ा और झटका दे दिया.. लेकिन वो भी साला मेरी तरह वर्जिन था वो भी बिना किसी अन्य चुदाई अनुभव के मेरी चुदाई करने लगा. तो मैंने कहा कि रूको और उसके सरिए जैसे लौड़ा को अपने मुहं में लेकर थोड़ी देर तक चूसा ताकि वो गीला हो जाए. फिर थोड़ी देर चूसने के बाद मैंने कहा कि हाँ अब घुसाओ और उसने फिर से वैसा ही किया.. लेकिन इस बार पहले झटके में उसका लौड़ा मेरी बूर के थोड़ा अंदर चला गया और मेरे मुहं से आआहह आऐईईई भाईईईईईईई थोड़ा आराम से करो औऊह्ह्ह्ह और बस आधा ही लौड़ा अंदर गया था.. लेकिन में वर्जिन थी इसलिए बहुत दर्द हो रहा था और पता नहीं खून भी कितना निकाला.. लेकिन में उस दिन के पहले तक सच में वर्जिन थी और मुझे इस चुदाई में बहुत दर्द हो रहा था.. लेकिन में बिल्कुल चुप रही. मेरी आँखे दर्द के मारे नम हो गई थी. तो उसे शायद समझ में आ गया था कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है तो वो थोड़ा सा रुका और मेरे चूचियों को कसकर दबाने लगा और चूसने लगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
