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Incest चूत की गर्मी शांत नहीं हुई
#5
फिर पेट को एकदम बीच में चूमते चाटते हुए चूचियों के पास आया और दोनों चूचियों का कुछ हिस्सा जो ब्रा के अंदर होने के बावजूद भी दिख रहा था.. उसे चूमता चाटता रहा और फिर मेरे ब्रा का हुक खोलकर उसने मेरी ब्रा को बाहर निकाल दिया और पागलों की तरह मेरे एक चूचियों को पकड़कर चूसने लगा. तो उसका वो चूचियों का चूमना.. चाटना और मेरे दूसरे चूचियों को दबाना मुझे बिल्कुल पागल कर रहा था और अब में जोश में आकर चुदाई के लिए और भी बेकरार होने लगी थी. तो उसने कहा कि मुझे ऐसा अहसास हो रहा है कि जैसे एक मम्मी आज अपने बेटे को दूध पिला रही है. तो मैंने झटसे उसकी बात का जवाब दिया और उससे कहा कि अब मम्मी मम्मी छोड़ो और अपनी जान का दूध पियो और यह सुनकर वो और भी जोश में आ गया.. वो अब और कस कसकर मेरे एक चूचियों को चूसने लगा और दूसरे चूचियों को दबाने लगा.. लेकिन कुछ ही देर में मेरे शरीर ने जवाब दे दिया और में झड़ गई.. लेकिन यह तो अब सिर्फ़ शुरुआत थी. वो बहुत देर तक मेरे दोनों चूचियों को चूसता और दबाता रहा और में गरम होने लगी. फिर उसने मेरी पेंटी को खोला और मेरी बूर को सहलाने.. रगड़ने लगा और फिर अपनी जीभ से मेरी बूर को चाटने.. चूसने लगा. तो मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैंने उसका सर पकड़ा और अपनी बूर पर दबा दिया.. वो अब मेरी बूर को चूस रहा था. फिर उसने कहा कि आज में अपनी डार्लिंग का पूरा रस पी जाऊंगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: चूत की गर्मी शांत नहीं हुई - by neerathemall - 12-05-2022, 04:58 PM



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