12-05-2022, 04:52 PM
फिर उसके हाथों से मेरे चूचियों को छूने पर मेरा यह हाल हुआ था.. लेकिन में फिर भी एकदम चुप रही और बाद में धीरे धीरे हम दोनों खुलकर रहने लगे.. लेकिन वो अब कुछ नहीं कर रहा था और ना ही में कर रही थी सिवाए थोड़ा बहुत इधर उधर छूने और किस करने के. फिर एक दिन उसने मुझे अचानक से कसकर पकड़ लिया और फिर किस करते करते मेरी पीठ को सहलाता और रगड़ता रहा. फिर हमने स्मूच किया और उसकी जीभ मेरे मुहं में थी और अब हम दोनों धीरे धीरे जोश में आ रहे थे और फिर उसने अपना अगला कदम बढ़ाया और वो मेरा टॉप खोलने लगा. तो में भी अब धीरे धीरे मदहोश हो रही थी और मैंने झट से हाथ अपने दोनों हाथों को ऊपर कर दिया और उसने मेरा टॉप निकालकर दूर फेंक दिया. फिर वो मेरे 36 साईज़ के बड़े बड़े चूचियों को घूरने लगा तो मैंने कहा साले हरामी कहीं का.. तू केवल घूरता ही रहेगा या दबाएगा या चूसेगा भी
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
