12-05-2022, 04:36 PM
मैंने बुआ का हाथ पकड़ा और उनको कमरे की ओर चलने को बोला , बुआ मेरे साथ में कमरे को ओर चल पड़ी। मैंने म कमरे का दरवाजा बंद कर दिया। और बुआ को कस कर पकड लिया, और उनके होठो को मै चूसने लगा। मैं जब बुआ के होठो पी रहा था तो बुआ भी बेकाबू होने लगी और बुआ भियो बड़ी तेज से मेरे होठो की पीने लगी। हम दोनों एक दूसरे के होठो को पी रहें थे। बुआ की पतली और रसीली होठो को पीने में बहुत मजा आ रहा था।और बुआ भी पूरा मजा उठा रही थी मेरे होठो को चूस कर। बहुत देर तक मै बुआ के होठो को पीता रहा। थोड़ी देर बाद मैं बुआ के गर्दन को पीने लगा , जब मै बुआ के गर्दन को पी रहा था तो बुआ का जोश और बढ़ रहा था कक्योकि बुआ ऐंठी जा रही थी जब मै उनके गर्दन को पी रहा था। मैंने बहुत देर तक बुआ के गर्दन को पीने मजा उठा रहा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.