12-05-2022, 04:35 PM
बुआ के नहाने के बाद जब बुआ बाथरूम से चली गई, तलो मै अपने आप को रोक नही पाया और बाथरूम में जाके मुठ मारने लगा। मरे परा इतना बढ़ गया रथ कि मै अपने आप को रोक नही पाया। मै लगातार मुठ मार रहा था, मेरी सांसे बढ़ने लगी, मै मुठ मारने कि स्पीड को बढ़ाने लगा। मै स्पीड इतनी तेज हो गई थी कि मेरा माल थोड़ी ही देर में निकलने वाला था।और थोड़ी ही देर में मेरा माल निकलने लगा। मै बुआ को अभी चोद नही सकता था इसलिए मुठ मार कर चलाना पड़ा। मुठ मारने के बाद मै अपने कम में चला गया। थोड़ी देर बाद मैंने सोचा कि चलो बुआ से कुछ बात करते है। मै इतना कमीना था कि मै हमेसा डबल मिनिग में बाते करता था। मै बुआ के पास गया और बोला बुआ क्या मुझे देना चाहेगी? बुआ ने चोकते हुए कहा क्या? – मैंने कहा “अरे खाना मांग रहा हूँ” । बुआ ने मुझे खाना दे दिया, मैंने अपने मन में सोचा कि बुर भी ऐसे ही दे देती तो कितना अच्छा होता।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.