03-05-2022, 09:28 PM
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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Misc. Erotica मस्तराम की डायरी के पन्नों से........... ़
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