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चारु की चड्डी और अन्य कहानियाँ
#60
(27-11-2019, 03:11 PM)savitasharma Wrote: [Image: 66e8ca14409d133d1abf6ff79bd68559.jpg]
Receptionist ने तो professional अंदाज़ मे ही नमस्ते बोला था, लेकिन मुझे लगा कि थोड़ा ज़्यादा ही झुक कर बोला उसने. लाल बार्डर वाली सफ़ेद साड़ी, लाल रंग का स्लीवेलेस ब्लाउज़, खुले बाल और गोरा चिट्टा चेहरा. ये हल्की छिनालों वाली हंसी. लिपस्टिक लगे उसके होंठों के बीच मे चमकते हुए उसके सफ़ेद दाँत मेरे पेंट के अंदर एक हल्का हलचल मचा रहे थे.


चुदाई किए हुए लगभग 10-12 दिन हो चले थे. काम के बीच मे टाइम नहीं था. और कैब मे आते वक़्त whatsapp ग्रुप मे एक क्लिप भी आया था. सभी कॉलेज के मदरचोद दोस्त थे ग्रुप में, दिन भर कुछ न कुछ भेजते रहते थे. उस क्लिप मे एक आदमी अपने ऑफिस की लड़की चोद रहा था. कमरे के दरवाजे के पास, दरवाजा हल्का खुला छोडकर (खुला छोडना शायद मजबूरी थी, नहीं तो ऑफिस मे लोगों को शक होता) बंदी को दरवाजे पर आगे की ओर झुकाकर, साड़ी उठाकर वो बंदा चोदे जा रहा था. ज़ोर ज़ोर से झटके मारे जा रहा था. क्लिप मे आवाज़ नहीं थी. लेकिन बंदे और बंदी दोनों मे ही एक काम-आतुरता थी. एक urgency थी चुदाई की. और सबसे बड़ी बात ये एक रियल क्लिप थी. उसको देखते देखते मेरा लण्ड सख्त हो रहा था. इसलिए जब फ्रंट डेस्क पर ऐसी लड़की दिखी तो मन किया कि कुछ बात चीत की जाये. पीछे और कोई भी नहीं था. और फ्रंट डेस्क पर भी वो अकेली ही थी.

मेरा रूम बूक था. रूम बूक मतलब मेरे और चारु के नाम पर रूम बूक था. चारु अभी फ्लाइट मे थी और उसके आने मे 2-2.5 घंटे और थे. मैं access card लेकर निकल सकता था लेकिन मन किया थोड़ी और बात करूँ.

“आपके होटल मे भीड़ नहीं होती क्या?” मैंने हँसकर कहा.
“सर ये exclusive होटल है यहाँ केवल खास खास लोग ही आते हैं.” उसने हंस कर जवाब दिया. “जैसे आप” बंदी भी इंटरेस्ट ले रही थी.

मैंने थोड़ा और साहस किया. “अनन्या जी, लेकिन मुझे आपके exclusive hotel से एक शिकायत है”
“वो क्या सर?” उसने नकली चौंकते हुए पूछा.

“आप लोगो को अभी भी conservative ड्रेस पहनाते हैं” बोलकर मैं हंसा “अभी अभी मैं मिलान से आ रहा हूँ, वहाँ के होटेल्स मे सभी लेडिज स्टाफ को स्कर्ट दिया जाता है”
“सिर हमने इस बारे मे बात तो की थी management से. कि गेस्ट लोगों को conservative ड्रेस अच्छहा नहीं लगता. थोड़ा मॉडर्न किया जाय. लेकिन उन लोगों ने फ्रंट डेस्क का चंगे नहीं किया, बल्कि दूसरे स्टाफ का कर दिया”

“ओहह”
“वैसे भी सर फ्रंट डेस्क वालियों कि टांगें कहाँ दिखती हैं.” बोलकर वो मुसकुराई.

मैंने उसको दिखाकर अपनी चड्डी को एडजस्ट किया. लण्ड खड़ा हो रहा था. “अच्छा इसीलिए sleeveless ब्लाउज़ दिया है क्या आपको?”
वो हंस दी, खिलखिलाकर. उसकी हंसी देखकर मुझे चारु कि एक बात याद आ गयी – गोरी लड़कियों को हंसने नहीं देना चाहिए. तुम लड़कों का मन करता होगा इसके मुंह मे दे दो. है न?
उसके कई सवालो कि तरह मैंने ईसका भी जवाब नहीं दिया था.

वो पेंट के ऊपर से मेरे लण्ड कि तरफ देखकर बोली “सर मेरे खयाल से आपको अब रूम जाना चाहिए. रिलैक्स कीजिये थोड़ी देर.”
“मैडम सब कुछ तो टाइट हो रहा है, रिलैक्स कहाँ से होगा” कहकर मैंने बाग उठाया. वो हंसी.

पीछे के कमरे से डार्क ब्लू स्कर्ट पहने एक लड़की आई. “कोमल, सर को रूम तक ले जाओ”
[Image: 4d0634aead8ca0405496338117a2aa9f.jpg]
मैंने कोमल को कार्ड देते देते बड़ी ही अश्लीलता से अपने लण्ड को पेंट के ऊपर से ही दबाया.

(30-11-2019, 03:23 PM)savitasharma Wrote: सुझाव के लिए शुक्रिया. अगले भाग मे कोशिश करूंगी. 
धन्यवाद
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: चारु की चड्डी और अन्य कहानियाँ - by neerathemall - 19-04-2022, 05:40 PM



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