08-04-2022, 11:33 PM
(This post was last modified: 09-04-2022, 10:07 AM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
Part 29
अगले दिन होली थी। हर तरफ होली का हुड़दंग मचा हुआ था।शिवानी का पति विवेक सुबह सुबह नाश्ता करके होली के अवसर पर आयोजित ग्राम पंचायत की सभा मे भाग लेने के लिए चला गया।
जाने से पहले उसने औपचारिक रूप से रवीना और शिवानी के साथ होली भी खेली।
विवेक हालांकि रवीना को रंग लगाने में संकोच कर रहा था लेकिन जब उसने देखा कि गौरव " होली है होली है " कहकर उसकी पत्नी शिवानी को तबियत से रंग लगा रहा है तो उसने भी रवीना के चेहरे पर ठीक से रंग लगाना शुरू कर दिया। रवीना को यह सब बहुत अजीब लग रहा था क्योंकि उसे पहली बार उसका जेठ उसके चेहरे और गालों पर कसकर रंग लगाने के बहाने इसके गालों पर हाथ फिरा रहा था।
विवेक के जाने के बाद, गौरव ने छत पर स्पीकर लगा कर उस पर भड़काऊ होली के गाने लगे दिए। आसपास की सभी छतों पर भी लोग गाने बजा रहे थे और आपस मे होली खेल रहे थे। उनके दोस्त यार और रिश्तेदार भी छत पर आकर एक दूसरे पर रंग गुलाल लगाकर होली खेल रहे थे।
गौरव, शिवानी और रवीना आसपास की छतों का होली का नज़ारा देख ही रहे थे कि यकायक वहाँ रंगों से लथपथ अमित, रोहित और मोहित आ गए और " होली है होली है" करते हुए गौरव को रंग लगाने लगे। गौरव ने भी उन सबको ठीक से रंग लगाया।
गौरव को रंग लगाने के बाद अमित, रोहित और मोहित एकदम शिवानी की तरफ दौड़ पड़े और उसे पकड़कर उसे रंग लगाने लगे। अमित ने शिवानी को पीछे से पकड़ लिया और उसकी पीठ और गर्दन पर हाथ फिरा फिराकर रंग लगाने लगा। रोहित उसके चेहरे पर रंग लगा रहा था और मोहित रंग लगाने के बहाने उसके मम्मे और चिकने पेट और नाभि प्रदेश पर हाथ फेर रहा था। तीनों ने शिवानी को चारों तरफ से अपनी गिरफ्त में जकड़ा हुआ था और होली खेलने के नाम पर खुली छत पर ही उसके बदन से खिलवाड़ कर रहे थे। शिवानी बेबस थी क्योंकि यह सब गौरव के सामने और उसकी मूक सहमति से ही हो रहा था।
रवीना अभी तक स्तब्ध होकर अपनी बड़ी बहन के साथ होने वाली होली के नाम पर इस जबरदस्ती और बदतमीजी को देखे जा रही थी।
अचानक रवीना ने जो देखा उसे देखकर उसके होश ही उड़ गए। गौरव ने आगे बढ़कर शिवानी की साड़ी उतार दी और बोला : अब खेलो होली इसके साथ, अब आएगा मज़ा।
इस बीच अमित ने रंग से भरी एक बाल्टी शिवानी के ऊपर डाल दिया और अब उसकी ब्लॉउज़ और पेटीकोट भीगकर उसके बदन से चिपक सा गया था। शर्माकर वह कमरे में भगाना चाहती थी लेकिन मोहित ने उसे पकड़कर अपनी बाहों में दबोच लिया और बोला : भागती कहाँ है साली, अभी तो होली शुरू हुई है। मोहित का लण्ड शिवानी के नितंबों की गर्मी महसूस कर रहा था क्योंकि उसने पीछे से शिवानी को अपनी बाहों में कैद किया हुआ था। अमित रोहित और गौरव हंसते हुए होली खेलने के बहाने उससे जी भरकर छेड़खानी और बदमाशी कर रहे थे।
रवीना यह सब देखने के लिए विवश थी। उसे कुछ समझ नही आ रहा था कि वह अब क्या करे।
शिवानी पेटीकोट और ब्लॉउज़ में भीगी खड़ी उन सबकी बदमाशी और छेड़खानी को झेले जा रही थी। चारों अब एक घेरा बनाकर कुर्सियों पर बैठ गए और शिवानी को बीच मे खड़ा करके उससे बोले : चल अब अपने दोनों हाथ उठाकर इस गाने पर सेक्सी डांस करके दिखा। उस समय "टिप टिप बरसा पानी" गाना चल रहा था।
शिवानी ने घबराकर चारों तरफ देखा और बोली : सब देख रहे हैं। हाथ ऊपर मत उठवाओ प्लीज़
गौरव : हाथ ऊपर उठाकर सेक्सी डांस कर साली। नहीं तो तेरी ब्लाउज़ और पेटीकोट उतरवाकर डांस करवाऊंगा। नाच फटाफट
शिवानी अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर गाने की धुन पर थिरकने लगी
गौरव ने अब रवीना की तरफ देखा : इधर आकर मेरी गोद मे बैठ
रवीना अब गौरव की गोद मे आकर बैठ गयी। गौरव उसके बदन के साथ भी छेड़खानी और खिलवाड़ करने लगा।
अमित रोहित और मोहित अब शिवानी के डांस का मज़ा भी ले रहे थे और गौरव जिस तरह से रवीना को मसल रहा था, उसका भी देख देख कर मज़ा ले रहे थे
शेष अगले भाग में
अगले दिन होली थी। हर तरफ होली का हुड़दंग मचा हुआ था।शिवानी का पति विवेक सुबह सुबह नाश्ता करके होली के अवसर पर आयोजित ग्राम पंचायत की सभा मे भाग लेने के लिए चला गया।
जाने से पहले उसने औपचारिक रूप से रवीना और शिवानी के साथ होली भी खेली।
विवेक हालांकि रवीना को रंग लगाने में संकोच कर रहा था लेकिन जब उसने देखा कि गौरव " होली है होली है " कहकर उसकी पत्नी शिवानी को तबियत से रंग लगा रहा है तो उसने भी रवीना के चेहरे पर ठीक से रंग लगाना शुरू कर दिया। रवीना को यह सब बहुत अजीब लग रहा था क्योंकि उसे पहली बार उसका जेठ उसके चेहरे और गालों पर कसकर रंग लगाने के बहाने इसके गालों पर हाथ फिरा रहा था।
विवेक के जाने के बाद, गौरव ने छत पर स्पीकर लगा कर उस पर भड़काऊ होली के गाने लगे दिए। आसपास की सभी छतों पर भी लोग गाने बजा रहे थे और आपस मे होली खेल रहे थे। उनके दोस्त यार और रिश्तेदार भी छत पर आकर एक दूसरे पर रंग गुलाल लगाकर होली खेल रहे थे।
गौरव, शिवानी और रवीना आसपास की छतों का होली का नज़ारा देख ही रहे थे कि यकायक वहाँ रंगों से लथपथ अमित, रोहित और मोहित आ गए और " होली है होली है" करते हुए गौरव को रंग लगाने लगे। गौरव ने भी उन सबको ठीक से रंग लगाया।
गौरव को रंग लगाने के बाद अमित, रोहित और मोहित एकदम शिवानी की तरफ दौड़ पड़े और उसे पकड़कर उसे रंग लगाने लगे। अमित ने शिवानी को पीछे से पकड़ लिया और उसकी पीठ और गर्दन पर हाथ फिरा फिराकर रंग लगाने लगा। रोहित उसके चेहरे पर रंग लगा रहा था और मोहित रंग लगाने के बहाने उसके मम्मे और चिकने पेट और नाभि प्रदेश पर हाथ फेर रहा था। तीनों ने शिवानी को चारों तरफ से अपनी गिरफ्त में जकड़ा हुआ था और होली खेलने के नाम पर खुली छत पर ही उसके बदन से खिलवाड़ कर रहे थे। शिवानी बेबस थी क्योंकि यह सब गौरव के सामने और उसकी मूक सहमति से ही हो रहा था।
रवीना अभी तक स्तब्ध होकर अपनी बड़ी बहन के साथ होने वाली होली के नाम पर इस जबरदस्ती और बदतमीजी को देखे जा रही थी।
अचानक रवीना ने जो देखा उसे देखकर उसके होश ही उड़ गए। गौरव ने आगे बढ़कर शिवानी की साड़ी उतार दी और बोला : अब खेलो होली इसके साथ, अब आएगा मज़ा।
इस बीच अमित ने रंग से भरी एक बाल्टी शिवानी के ऊपर डाल दिया और अब उसकी ब्लॉउज़ और पेटीकोट भीगकर उसके बदन से चिपक सा गया था। शर्माकर वह कमरे में भगाना चाहती थी लेकिन मोहित ने उसे पकड़कर अपनी बाहों में दबोच लिया और बोला : भागती कहाँ है साली, अभी तो होली शुरू हुई है। मोहित का लण्ड शिवानी के नितंबों की गर्मी महसूस कर रहा था क्योंकि उसने पीछे से शिवानी को अपनी बाहों में कैद किया हुआ था। अमित रोहित और गौरव हंसते हुए होली खेलने के बहाने उससे जी भरकर छेड़खानी और बदमाशी कर रहे थे।
रवीना यह सब देखने के लिए विवश थी। उसे कुछ समझ नही आ रहा था कि वह अब क्या करे।
शिवानी पेटीकोट और ब्लॉउज़ में भीगी खड़ी उन सबकी बदमाशी और छेड़खानी को झेले जा रही थी। चारों अब एक घेरा बनाकर कुर्सियों पर बैठ गए और शिवानी को बीच मे खड़ा करके उससे बोले : चल अब अपने दोनों हाथ उठाकर इस गाने पर सेक्सी डांस करके दिखा। उस समय "टिप टिप बरसा पानी" गाना चल रहा था।
शिवानी ने घबराकर चारों तरफ देखा और बोली : सब देख रहे हैं। हाथ ऊपर मत उठवाओ प्लीज़
गौरव : हाथ ऊपर उठाकर सेक्सी डांस कर साली। नहीं तो तेरी ब्लाउज़ और पेटीकोट उतरवाकर डांस करवाऊंगा। नाच फटाफट
शिवानी अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर गाने की धुन पर थिरकने लगी
गौरव ने अब रवीना की तरफ देखा : इधर आकर मेरी गोद मे बैठ
रवीना अब गौरव की गोद मे आकर बैठ गयी। गौरव उसके बदन के साथ भी छेड़खानी और खिलवाड़ करने लगा।
अमित रोहित और मोहित अब शिवानी के डांस का मज़ा भी ले रहे थे और गौरव जिस तरह से रवीना को मसल रहा था, उसका भी देख देख कर मज़ा ले रहे थे
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा