06-04-2022, 11:12 PM
(This post was last modified: 07-04-2022, 10:22 AM by Hot_Guy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
पार्ट 20
पल्लवी से काफी देर इस तरह मज़े लेने के बाद पंकज ने उसे अपनी गोद से उठाया और बोला : चल अब घोड़ी बन
पल्लवी कुछ समझी नही और पंकज के सामने खड़ी उसकी तरफ देखकर बोली : घोड़ी कैसे बनते हैं
इतनी देर में नितिन अपनी कुर्सी से उठा और पल्लवी की पीठ से चिपककर खड़ा हो गया और अपनी पैंट में खड़े लण्ड को उसके नितंबों पर रगड़ने लगा।
अपने दोनों हाथों से पल्लवी के सीने की गोलाइयों को मसलते हुए नितिन उससे बोला : चिंता मत कर, तुझे घोड़ी बनना मैं सिखाऊंगा
यह कहकर नितिन ने उसे झुकाते हुए घोड़ी की पोजीशन में जमीन पर खड़ा कर दिया। अब पल्लवी अपने दोनों हाथों और पैरों के बल जमीन पर घोड़ी बनी हुई थी।
पंकज ने इतनी देर में अपनी पैंट और अंडरवियर नीचे खिसकाकर अपने लण्ड को बाहर निकाल लिया था । उसने पल्लवी की तरफ गुर्राकर देखा : इसे अपने मुंह मे लेकर चूस और मुझे खुश कर
पल्लवी बोली : प्लीज़ यह नही ... मैं तो अपने पति के लिए भी यह सब नही करती हूँ। मुझसे यह सब नही होगा
पंकज ने पल्लवी के गालों पर फिर जोर से चपत लगाया और बोला : तेरा पति साला चूतिया है तो हम क्या करें। तेरी जैसी खूबसूरत लौंडिया का अगर वह ठीक से इस्तेमाल नही कर रहा है तो उसे बेबकूफ ही कहा जायेगा।
नितिन भी पंकज की बात सुनकर हंसने लगा : हाँ भाई, मेरी इतनी खूबसूरत और सेक्सी वाइफ होगी तो उसका 24 घंटे मुंह खुलवाकर ही रखूंगा।
अभिनव : भाई नितिन तू तो शादी से पहले ही पूरे मज़े ले रहा है। कालेज की कोई लौंडिया ऐसी बची है जिसके मुंह मे तूने अपना लण्ड न डाला हो
पंकज ने अब अभिनब से कहा : अभिनब जरा अपनी बेल्ट से इसके पिछवाड़े को गर्म करना शुरू कर। यह ऐसे काबू नही आएगी।
अभिनब ने जैसे ही बेल्ट का पहला स्ट्रोक पल्लवी के नितंबों पर मारा, उसने फटाफट अपना मुंह खोलकर पंकज का लण्ड अपने मुंह मे ले लिया।
उधर नितिन ने भी उसकी दोनों टाँगों को खोलकर उसके मस्त नितंबों के बीच अपना खड़ा लण्ड घुसेड़कर उसकी पीछे से चुदाई शुरू कर दी थी।
बीच बीच मे अभिनब पल्लवी के बेल्ट स्ट्रोक लगा रहा था जिससे पल्लवी उछल उछल कर पंकज और नितिन को एक्स्ट्रा मज़ा दे रही थी
पंकज और नितिन के बाद बारी बारी से सभी ने पल्लवी को हर तरफ से जमकर पेला
पल्लवी के साथ जो कुछ भी हो रहा था, उसकी मोबाइल पर वीडियो भी बनाई जा रही थी
जब सब लोगों ने पल्लवी के साथ अपने अपने ढंग से मनमानी कर ली तो उन्होंने उससे कहा : अब तू अपनी ननद के साथ उसके होस्टल रूम में ऐसे ही चली जा
पल्लवी एकदम सकते में आ गयी। प्राची का होस्टल रूम इस ऑफिस से लगभग आधा किलोमीटर दूरी पर था और पल्लवी इस समय एकदम नंगी थी।
पल्लवी ने गिड़गिड़ाते हुए अनुराग के पैर पकड़ लिए और कहने लगी : मैं तो इतना ज्यादा को ऑपरेट कर रही हूँ। जो आप सब कह रहे हो वह सब कर रही हूं। मुझे इस हालत में तो बाहर मत भेजो प्लीज़। मेरे कपड़े दे दो। मैं एकदम नंगी इतनी दूर के रास्ते मे कैसे जाऊंगी।
पंकज : बोल अनुराग, क्या कहता है। इसकी नंगे ही परेड करवाएं या फिर कपड़े पहनकर जाने दें
अनुराग : मेरे पास एक आईडिया है इसके लिए। इसे हम एक स्पेशल ड्रिंक पीने के लिए देंगे। अगर यह उस ड्रिंक को खुशी खूशी पी लेती है तो अपने कपड़े पहनकर जा सकती है, वरना इसे इसी हालत में नंगा ही जाना पड़ेगा
पल्लवी : मुझे वह स्पेशल ड्रिंक पीने में कोई ऐतराज नही है
नितिन : ठीक है, फिर हम इसके लिए स्पेशल ड्रिंक बना देते है
नितिन ने एक बड़ा सा कांच का गिलास लिया और उसमें अपने लण्ड से पेशाब भरने लगा। इसके बाद सबने अपनी अपनी पेशाब उस गिलास में डालकर उसे टेबल पर रख दिया और उससे बोले : चल अगर तुझे अपने कपड़े चाहियें तो हम सबकी पेशाब का यह कॉकटेल पी जा
पल्लवी पूरी तरह से टूट चुकी थी। निर्वस्त्र होकर रूम तक जाने के ख्याल से ही उसकी रूह कांप रही थी।
उसने ज़लालत और अपमान का घूंट पीते हुए उस पेशाब से भरे गिलास को उठा लिया और उसे धीरे धीरे पीने लगी स्वाद बहुत खराब होने की वजह से वह लाख चाहने के बाबजूद उसे जल्दी जल्दी नहीं पी पा रही थी।
सारे हेड बॉय मिलकर उसकी धीरे धीरे पेसाब पीते हुए वीडियो बना रहे थे और ताली बजा बजा कर उस पर हंस भी रहे थे
शेष अगले भाग में
पल्लवी से काफी देर इस तरह मज़े लेने के बाद पंकज ने उसे अपनी गोद से उठाया और बोला : चल अब घोड़ी बन
पल्लवी कुछ समझी नही और पंकज के सामने खड़ी उसकी तरफ देखकर बोली : घोड़ी कैसे बनते हैं
इतनी देर में नितिन अपनी कुर्सी से उठा और पल्लवी की पीठ से चिपककर खड़ा हो गया और अपनी पैंट में खड़े लण्ड को उसके नितंबों पर रगड़ने लगा।
अपने दोनों हाथों से पल्लवी के सीने की गोलाइयों को मसलते हुए नितिन उससे बोला : चिंता मत कर, तुझे घोड़ी बनना मैं सिखाऊंगा
यह कहकर नितिन ने उसे झुकाते हुए घोड़ी की पोजीशन में जमीन पर खड़ा कर दिया। अब पल्लवी अपने दोनों हाथों और पैरों के बल जमीन पर घोड़ी बनी हुई थी।
पंकज ने इतनी देर में अपनी पैंट और अंडरवियर नीचे खिसकाकर अपने लण्ड को बाहर निकाल लिया था । उसने पल्लवी की तरफ गुर्राकर देखा : इसे अपने मुंह मे लेकर चूस और मुझे खुश कर
पल्लवी बोली : प्लीज़ यह नही ... मैं तो अपने पति के लिए भी यह सब नही करती हूँ। मुझसे यह सब नही होगा
पंकज ने पल्लवी के गालों पर फिर जोर से चपत लगाया और बोला : तेरा पति साला चूतिया है तो हम क्या करें। तेरी जैसी खूबसूरत लौंडिया का अगर वह ठीक से इस्तेमाल नही कर रहा है तो उसे बेबकूफ ही कहा जायेगा।
नितिन भी पंकज की बात सुनकर हंसने लगा : हाँ भाई, मेरी इतनी खूबसूरत और सेक्सी वाइफ होगी तो उसका 24 घंटे मुंह खुलवाकर ही रखूंगा।
अभिनव : भाई नितिन तू तो शादी से पहले ही पूरे मज़े ले रहा है। कालेज की कोई लौंडिया ऐसी बची है जिसके मुंह मे तूने अपना लण्ड न डाला हो
पंकज ने अब अभिनब से कहा : अभिनब जरा अपनी बेल्ट से इसके पिछवाड़े को गर्म करना शुरू कर। यह ऐसे काबू नही आएगी।
अभिनब ने जैसे ही बेल्ट का पहला स्ट्रोक पल्लवी के नितंबों पर मारा, उसने फटाफट अपना मुंह खोलकर पंकज का लण्ड अपने मुंह मे ले लिया।
उधर नितिन ने भी उसकी दोनों टाँगों को खोलकर उसके मस्त नितंबों के बीच अपना खड़ा लण्ड घुसेड़कर उसकी पीछे से चुदाई शुरू कर दी थी।
बीच बीच मे अभिनब पल्लवी के बेल्ट स्ट्रोक लगा रहा था जिससे पल्लवी उछल उछल कर पंकज और नितिन को एक्स्ट्रा मज़ा दे रही थी
पंकज और नितिन के बाद बारी बारी से सभी ने पल्लवी को हर तरफ से जमकर पेला
पल्लवी के साथ जो कुछ भी हो रहा था, उसकी मोबाइल पर वीडियो भी बनाई जा रही थी
जब सब लोगों ने पल्लवी के साथ अपने अपने ढंग से मनमानी कर ली तो उन्होंने उससे कहा : अब तू अपनी ननद के साथ उसके होस्टल रूम में ऐसे ही चली जा
पल्लवी एकदम सकते में आ गयी। प्राची का होस्टल रूम इस ऑफिस से लगभग आधा किलोमीटर दूरी पर था और पल्लवी इस समय एकदम नंगी थी।
पल्लवी ने गिड़गिड़ाते हुए अनुराग के पैर पकड़ लिए और कहने लगी : मैं तो इतना ज्यादा को ऑपरेट कर रही हूँ। जो आप सब कह रहे हो वह सब कर रही हूं। मुझे इस हालत में तो बाहर मत भेजो प्लीज़। मेरे कपड़े दे दो। मैं एकदम नंगी इतनी दूर के रास्ते मे कैसे जाऊंगी।
पंकज : बोल अनुराग, क्या कहता है। इसकी नंगे ही परेड करवाएं या फिर कपड़े पहनकर जाने दें
अनुराग : मेरे पास एक आईडिया है इसके लिए। इसे हम एक स्पेशल ड्रिंक पीने के लिए देंगे। अगर यह उस ड्रिंक को खुशी खूशी पी लेती है तो अपने कपड़े पहनकर जा सकती है, वरना इसे इसी हालत में नंगा ही जाना पड़ेगा
पल्लवी : मुझे वह स्पेशल ड्रिंक पीने में कोई ऐतराज नही है
नितिन : ठीक है, फिर हम इसके लिए स्पेशल ड्रिंक बना देते है
नितिन ने एक बड़ा सा कांच का गिलास लिया और उसमें अपने लण्ड से पेशाब भरने लगा। इसके बाद सबने अपनी अपनी पेशाब उस गिलास में डालकर उसे टेबल पर रख दिया और उससे बोले : चल अगर तुझे अपने कपड़े चाहियें तो हम सबकी पेशाब का यह कॉकटेल पी जा
पल्लवी पूरी तरह से टूट चुकी थी। निर्वस्त्र होकर रूम तक जाने के ख्याल से ही उसकी रूह कांप रही थी।
उसने ज़लालत और अपमान का घूंट पीते हुए उस पेशाब से भरे गिलास को उठा लिया और उसे धीरे धीरे पीने लगी स्वाद बहुत खराब होने की वजह से वह लाख चाहने के बाबजूद उसे जल्दी जल्दी नहीं पी पा रही थी।
सारे हेड बॉय मिलकर उसकी धीरे धीरे पेसाब पीते हुए वीडियो बना रहे थे और ताली बजा बजा कर उस पर हंस भी रहे थे
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा