06-04-2022, 09:41 PM
(This post was last modified: 07-04-2022, 10:20 AM by Hot_Guy. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
Part 19
अनुराग (प्राची को डांटते हुए) : खड़ी क्या देख रही है। जल्दी इसके कपड़े उतार साली
प्राची ने अब पल्लवी के पीछे जाकर उसके ब्रा के हुक को खोल दिया और अगले ही पल पल्लवी के मस्त दूधिया मक्खन जैसे मम्मे सबके सामने थे।
गौरव प्राची से बोला : जरा इसके दूधिया उरोजों को अपने हाथों से मसलकर बता कि यह कितने मस्त हैं
प्राची अपनी भाभी के मम्मे अपने हाथों से मसलने लगी
अभिनव : लगता है प्राची को भी मज़ा आ रहा है
नितिन : क्यों प्राची मज़ा आ रहा है या नही
पंकज : चल अब इसकी पैंटी भी उतारकर इसे पूरी तरह नंगा कर दे
प्राची अब पल्लवी की पैंटी उतारने लगी
अगले ही पल पल्लवी पूरी तरह निर्वस्त्र खड़ी थी और उसके दोनों हाथ ऊपर उठे हुए थे
प्राची अब अपने कोने में रखे स्टूल पर जाकर बैठ गयी थी और कमरे के बीचोबीच पल्लवी नंगी होकर अपने हाथ उठाये हुए खड़ी थी।
सबके लण्ड बेकाबू हुए जा रहे थे लेकिन सब उससे पूरा मज़ा लेना चाहते थे
नितिन : एक बार फिर से गोल गोल घूमकर दिखा
अभिनव : साली क्या मस्त माल है
गौरव : इसकी दूधिया जांघें तो एकदम तराशी हुई लग रही है
अनुराग : साली की चूचियाँ भी कितनी कसी हुई और मस्त है
पंकज : एकदम एटम बम्ब है लौंडिया
पल्लवी और प्राची दोनों ही हेड बॉयज की इन बातों को सुनकर शर्म और ज़लालत से मरी जा रही थीं।
अनुराग मुस्कुराता हुआ पल्लवी से बोला : चल कान पकड़कर 10 उठक बैठक लगा
पल्लवी अब हाथ जोड़ते हुए गिड़गिड़ाने लगी : बस अब मुझे और ज़लील मत करो प्लीज़। अब मुझे जाने दो प्लीज़
नितिन ने पास रखी एक छड़ी को उठाया और उसे जोर से पल्लवी के नितंबों पर मारता हुआ हंसकर बोला : अब 10 नही 20 उठक बैठक लगानी पड़ेंगी। ज्यादा नखरे दिखाएगी तो यह गिनती और बढ़ती जाएगी।
अभिनब : गिनती बोल बोलकर उठक बैठकें लगा। गिनती नही बोली तो वह उठक बैठक काउंट नही होगी
पल्लवी गिनती करते हुए उठक बैठक लगाने लगी और सारे हेड बॉयज हंस हंस कर उसे देखकर अपना लण्ड सहलाते रहे
20 उठक बैठक पूरी होने पर पंकज ने उसे हुक्म दिया : अब इधर मेरे नज़दीक आ
पल्लवी पंकज के पास जाकर खड़ी हो गई। पंकज ने पल्लवी की जांघों पर अपना दायाँ हाथ फिराते हुए अपने बाएं हाथ से उसके चिकने पेट को सहलाना शुरू कर दिया
कुछ देर बाद पंकज ने पल्लवी को अपनी गोद मे बिठा लिया। अपने दोनों हाथों से उसके मम्मे मसलता हुए उसने पल्लवी के होंठों और चेहरे को बेतहाशा चूमना शुरू कर दिया
पल्लवी पंकज की गिरफ्त में कसमसाने और छटपटाने लगी और अपने मुंह को उसके होंठों से छुड़ाते हुए कहने लगी : छोड़ो मुझे आपके मुंह से बहुत बदबू आ रही है
अब पंकज ने उसके दोनों गालों पर जोर से दो चपत लगाते हुए कहा : चल रंडी अपना मुंह खोल। तेरे मुंह मे खुशबू डालनी पड़ेगी।
पल्लवी ने जैसे ही अपना मुंह खोला, पंकज ने दो तीन बार उसके मुंह मे जोर से थूकते हुए कहा : अब मेरे सारे थूक को स्वाद ले लेकर निगल जा
पल्लवी उसके थूक को निगलती रही और वह उसके दोनों चिकने गालों पर हाथ फिरा फिरा कर मज़े लेता रहा
शेष अगले भाग में
अनुराग (प्राची को डांटते हुए) : खड़ी क्या देख रही है। जल्दी इसके कपड़े उतार साली
प्राची ने अब पल्लवी के पीछे जाकर उसके ब्रा के हुक को खोल दिया और अगले ही पल पल्लवी के मस्त दूधिया मक्खन जैसे मम्मे सबके सामने थे।
गौरव प्राची से बोला : जरा इसके दूधिया उरोजों को अपने हाथों से मसलकर बता कि यह कितने मस्त हैं
प्राची अपनी भाभी के मम्मे अपने हाथों से मसलने लगी
अभिनव : लगता है प्राची को भी मज़ा आ रहा है
नितिन : क्यों प्राची मज़ा आ रहा है या नही
पंकज : चल अब इसकी पैंटी भी उतारकर इसे पूरी तरह नंगा कर दे
प्राची अब पल्लवी की पैंटी उतारने लगी
अगले ही पल पल्लवी पूरी तरह निर्वस्त्र खड़ी थी और उसके दोनों हाथ ऊपर उठे हुए थे
प्राची अब अपने कोने में रखे स्टूल पर जाकर बैठ गयी थी और कमरे के बीचोबीच पल्लवी नंगी होकर अपने हाथ उठाये हुए खड़ी थी।
सबके लण्ड बेकाबू हुए जा रहे थे लेकिन सब उससे पूरा मज़ा लेना चाहते थे
नितिन : एक बार फिर से गोल गोल घूमकर दिखा
अभिनव : साली क्या मस्त माल है
गौरव : इसकी दूधिया जांघें तो एकदम तराशी हुई लग रही है
अनुराग : साली की चूचियाँ भी कितनी कसी हुई और मस्त है
पंकज : एकदम एटम बम्ब है लौंडिया
पल्लवी और प्राची दोनों ही हेड बॉयज की इन बातों को सुनकर शर्म और ज़लालत से मरी जा रही थीं।
अनुराग मुस्कुराता हुआ पल्लवी से बोला : चल कान पकड़कर 10 उठक बैठक लगा
पल्लवी अब हाथ जोड़ते हुए गिड़गिड़ाने लगी : बस अब मुझे और ज़लील मत करो प्लीज़। अब मुझे जाने दो प्लीज़
नितिन ने पास रखी एक छड़ी को उठाया और उसे जोर से पल्लवी के नितंबों पर मारता हुआ हंसकर बोला : अब 10 नही 20 उठक बैठक लगानी पड़ेंगी। ज्यादा नखरे दिखाएगी तो यह गिनती और बढ़ती जाएगी।
अभिनब : गिनती बोल बोलकर उठक बैठकें लगा। गिनती नही बोली तो वह उठक बैठक काउंट नही होगी
पल्लवी गिनती करते हुए उठक बैठक लगाने लगी और सारे हेड बॉयज हंस हंस कर उसे देखकर अपना लण्ड सहलाते रहे
20 उठक बैठक पूरी होने पर पंकज ने उसे हुक्म दिया : अब इधर मेरे नज़दीक आ
पल्लवी पंकज के पास जाकर खड़ी हो गई। पंकज ने पल्लवी की जांघों पर अपना दायाँ हाथ फिराते हुए अपने बाएं हाथ से उसके चिकने पेट को सहलाना शुरू कर दिया
कुछ देर बाद पंकज ने पल्लवी को अपनी गोद मे बिठा लिया। अपने दोनों हाथों से उसके मम्मे मसलता हुए उसने पल्लवी के होंठों और चेहरे को बेतहाशा चूमना शुरू कर दिया
पल्लवी पंकज की गिरफ्त में कसमसाने और छटपटाने लगी और अपने मुंह को उसके होंठों से छुड़ाते हुए कहने लगी : छोड़ो मुझे आपके मुंह से बहुत बदबू आ रही है
अब पंकज ने उसके दोनों गालों पर जोर से दो चपत लगाते हुए कहा : चल रंडी अपना मुंह खोल। तेरे मुंह मे खुशबू डालनी पड़ेगी।
पल्लवी ने जैसे ही अपना मुंह खोला, पंकज ने दो तीन बार उसके मुंह मे जोर से थूकते हुए कहा : अब मेरे सारे थूक को स्वाद ले लेकर निगल जा
पल्लवी उसके थूक को निगलती रही और वह उसके दोनों चिकने गालों पर हाथ फिरा फिरा कर मज़े लेता रहा
शेष अगले भाग में
to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा