06-04-2022, 12:16 PM
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अब मैं उनके चुचे थोड़े ज़ोर से दबाने लगा और मैंने अपना एक हाथ उनके चूतड़पर रख दिया और उसे सहलाने लगा।अब तक वो शायद जाग चुकी थीं और इसका मज़ा भी ले रहीं थीं, पर जब उन्होंने आँखें खोलीं तो मुझसे बोली ये क्या कर रहे हो करण, तो मैं बहुत डर गया।
मैंने कहा – भाभी, मुझे माफ़ कर दो।
पर मेरी उम्मीद के विपरीत जब उन्होंने मेरे गाल पर एक लंबा सा चुंबन दिया तो मैं खुश हो गया और उन्हें अपनी बाहों में भर लिया।
अब भाभी ने मुझसे कहा – मैं जब से तुम्हारे घर आई हूँ तब से देख रही हूँ तुम हमेशा मेरे चूतड़ और मम्मे देखते रहते हो, कल रात तो मेरी और तुम्हारे भैया की चुदाई देख कर हस्तमैथुन भी कर रहे थे।
मैंने कहा – ये सब आपको कैसे पता?
उन्होंने कहा – कल मैंने तुम्हे बाथरूम में देखा था, तुम्हारा लण्ड काफ़ी बड़ा है और तो और तुम तो अभी भी हस्तमैथुन कर रहे थे, है ना?
मैंने कहा – मुझे लगा आप सो रहीं है, आप सो नहीं रहीं थीं क्या?
उन्होंने कहा – मैं यही देख रही थी कि तुम क्या कर रहे हो?
भाभी से ऐसी बातें सुन कर मैंने भी आपी सारी शरम बगल में रख दी और बिना हिचके उनसे कहा – आप भी तो कल भैया से मज़े ले लेकर चुदवा रही थीं।
मैंने फिर कहा – कल रात को जब आप दोनों चुदाई मे मस्त थे तो मैंने दरवाजे के छेद से आप लोगों को देखा था।
अब वो मुझसे चिपक गईं और मेरे शरीर में एक अजीब सा करंट लगा।
मैंने भी उन्हें कसकर पकड़ लिया और उन्हें चूमना चालू कर दिया। थोड़ी ही देर में हम दोनों नंगे एक-दूसरे की बाहों मे समाने की कोशिश करने लगे।
अब मैंने अपने होंठ उनके होंठों से चिपका दिए और उन्हें पागलों की तरह चूमने लगा।
उन्होंने मुझे रोका और कहा – आराम से करो राजा, मैं कहीं भाग कर नहीं जा रही।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.