06-04-2022, 12:09 PM
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थोड़ी देर बाद उन्होंने करवट ली तो उनका हाथ मेरे सीने पर आ गया और उनके मम्मे मेरे हाथ से टकराने लगे तो मेरा लण्ड फिर खड़ा होने लगा।मैंने धीरे से अपना हाथ भी भाभी के ऊपर रख लिया, उन्हें शायद पता नहीं चला क्योंकि वो नींद में थी।
मेरा होसला थोड़ा और बढ़ गया, उनकी नाइट ड्रेस मैंने अपने पैर सेजांगों तक खिसका दी जिससे मुझे उनके गोरे-गोरे पैर साफ दिखाई दे रहे थे।
फिर मैंने देर ना करते हुए अपना एक हाथ उनके बड़े मम्मे पर रख दिया और उसे धीरे-धीरे सहलाने लगा, उनकी कोई प्रतिक्रिया न देखकर मेरा होसला थोड़ा और बढ़ गया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.